J&K : आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा बेगूसराय

पटना/बेगूसराय : जम्मू-कश्मीर के बबुगुड डंदवाड़ा बार्डर पर शुक्रवार की शाम पाकिस्तान परस्त आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुएबिहारके लाल सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर आज सुबह बेगूसराय पहुंचा. इस मौके पर बेगूसराय केडीएम और एसपी मौके पर मौजूद थे. पटना एयरपोर्ट से एयरफोर्स के विशेष हेलीकॉप्टर से शहीद का पार्थिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2019 10:56 AM

पटना/बेगूसराय : जम्मू-कश्मीर के बबुगुड डंदवाड़ा बार्डर पर शुक्रवार की शाम पाकिस्तान परस्त आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुएबिहारके लाल सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर आज सुबह बेगूसराय पहुंचा. इस मौके पर बेगूसराय केडीएम और एसपी मौके पर मौजूद थे. पटना एयरपोर्ट से एयरफोर्स के विशेष हेलीकॉप्टर से शहीद का पार्थिव शरीर यहां लाया गया. वहीं, शहीद की शहादत के लिए हजारों की संख्या में बेगूसराय के कई गांवों के लोगपहुंचे हैं.

इससे पहले पटना एयरपोर्ट में शहीद को डीएम कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मलिक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, हम नेता महाचंद्र प्रसाद सिंह ने शहीद जवान को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं, गांव में मातमी माहौल के बीच शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही लोगों ने भारत माता की जय के साथ शहीद का अभिनंदन किया.ग्रामीणों ने कहा कि तिरंगे में लिपटकर भारतमां का वीर सपूतहमारेबीच आया है. वहीं, बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि वह इस दुख की घड़ी में शहीद के परिजनों के साथ हैं और पूरा देश उनके साथ है.

इससे पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू कुमार की मौत खबर मिलते ही खगड़िया में उनके पैतृक गांव सदर प्रखंड के ओलापुर गंगौर में मातमी सन्नाटा छा गया. मालूम हो कि भले ही शहीद पिंटू का जन्म व पालन-पोषण बेगूसराय जिले में हुआ हो, लेकिन इनका पैतृक गांव खगड़िया जिले स्थित ओलापुर गंगौर ही है.

बता दें कि शहीद के पिता चक्रधर सिंह 80 के दशक में अपने ससुराल यानी राटन में जा बसे. जबकि, आज भी इनके दो भाई गंगौर गांव में ही रह रहें हैं. शहीद पिंटू व इनके परिवार के अन्य लोगों का अपने पैतृक गांव गंगौर से काफी गहरा पुराना रिश्ता रहा है. हर खुशी व गम के अवसर पर इनका पूरा परिवार यहां आते हैं. इनके परिजन बताते हैं कि पिछले साल छठ व दिपावली में भी पिंटू गंगौर आये थे. देश पर मर-मिटने की जुनून के साथ पिंटू साल 2009 में सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर बने थे. तब से ये लगातार सच्ची निष्ठा के साथ देश की सेवा में लगे हुए थे.