मौत बन कर दौड़ता है ट्रक

पूरे बांका शहर से होकर रोजाना करीब 5000 ट्रक गुजरते हैं. हालांकि जिला प्रशासन की तरह से नो इंट्री तो लगायी गयी है लेकिन वह भी नाकाम है. रसूख वाले लोग अपनी वाहनों को दिन में ही आराम से पार करवा लेते हैं. बांका : जमुई के भैरागंज होते हुए कटोरिया और कटोरिया से बांका […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2017 5:45 AM

पूरे बांका शहर से होकर रोजाना करीब 5000 ट्रक गुजरते हैं. हालांकि जिला प्रशासन की तरह से नो इंट्री तो लगायी गयी है लेकिन वह भी नाकाम है. रसूख वाले लोग अपनी वाहनों को दिन में ही आराम से पार करवा लेते हैं.

बांका : जमुई के भैरागंज होते हुए कटोरिया और कटोरिया से बांका होते हुए भागलपुर व झारखंड के अन्य हिस्सों में जाने वाले सड़क शाम के बाद इतनी व्यस्त हो जाती है कि एक साइकिल को भी गुजरना मुसकिल हो जाता है. हालांकि यह भीड़ महज कुछ घंटों के लिए ही रहती है लेकिन उतने ही वक्त में सड़कों का माहौल काफी भयानक रहता है. भागलपुर की ओर से आने वाली वाहन, कटोरिया की ओर से आने वाली वाहन तथा ढाकामोड की ओर से आने वाली वाहनों की वजह से पूरे शहर के लोगों का जीना मुहाल हो जाता है.
बालू की ट्रकों से रहता है हालात बेकाबू : शहर में इस वक्त करीब दो दर्जन बालू घाट चालू है. वहां से बालू उठाव के लिए भागलपुर, नौगछिया, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, पुर्णिया, बरौनी, बेगूसराय, समस्तीपुर, मुज्पफरपुर सहित अन्य जिलों के अलावे झारखंड के अन्य स्थानों से भी ट्रक बालू उठाने के लिए आती है. इसके अलावे पहले से घाटों पर बालू उठाव कर रहे ट्रक भी गणतव्य स्थानों पर पहुंचने के लिए ट्रकों के बीच आपाधापी रहती है. उसवक्त ट्रक चालक यह नहीं सोचते है कि अंजाम क्या होगा बस वह अंधाधुंध अपनी रफ्तार में रहते हैं.
चांदन पुल के पास हालात गंभीर : अगर रात में कोई दुर्घटना हो जाय और पेसेंट को भागलपुर रेफर कर दिया जाय तो वह पेसेंट भागलपुर पहुंचने के पूर्व ही अपना दम तोड़ देगा. सड़कों पर ट्रक की स्थिति इतनी खराब रहती है कि पैदल चलने वाले लोग भी सड़कों पर नहीं चल सकते है. सबसे विकट स्थिति तो चांदन पुल के पास रहती है जहां पर एक तो सड़कों के बीचों बीच ट्रक खड़ी रहती है वहीं दूसरी ओर पुल के दोनों किनारों पर इतना बालू रहता है कि लोग कभी भी पिछल कर पुल में गीर सकते है.
क्या कहते हैं अधिकारी
ट्राफिक व्यस्था मजबूत है. नो इंट्री के वक्त भी पुलिस की पकड़ रहती है. गश्ती वाहन लगातार गश्त करते रहते है.
लक्ष्मण राम, यातायात प्रभारी, बांका

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