भाभी ने विरोध किया तो देवर ने गला दबाकर कर दी हत्या

बांका/पंजवारा: थाना क्षेत्र के लखपुरा गांव में गुरुवार की शाम को भाभी और देवर के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है. देवर ने भाभी के साथ गलत करने का प्रयास किया. भाभी ने जब देवर के द्वारा अपने साथ दुष्कर्म करने के प्रयास का विरोध किया तो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2020 10:38 AM

बांका/पंजवारा: थाना क्षेत्र के लखपुरा गांव में गुरुवार की शाम को भाभी और देवर के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है. देवर ने भाभी के साथ गलत करने का प्रयास किया. भाभी ने जब देवर के द्वारा अपने साथ दुष्कर्म करने के प्रयास का विरोध किया तो देवर ने गला घोंटकर हत्या कर दी. सुबह होते ही जैसे मामले की जानकारी आसपास के लोगों को हुई तो मामला किसी तरह स्थानीय पुलिस तक पहुंची. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और शव का पंचनामा कराकर पोस्टमॉर्टम के लिए शव को बांका भेज दिया.

इस बीच माराटीकर गांव से पहुंचे विवाहिता के पिता रामविलास दास ने थाना में लिखित आवेदन देकर आरोपी नंदन दास पर हत्या का प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में मृतका के पिता ने बताया है कि उसकी पुत्री की शादी सात साल पूर्व सनोज दास पिता नरेश दास के साथ हुई थी. सनोज दास मजदूरी करता है. घटना के पूर्व भी बेटी ने देवर की गलत नीयत के बारे में उन्हें बतायी थी. घटना को लेकर गुरुवार की देर शाम ग्रामीणों के द्वारा उन्हें फोन पर जानकारी दी गयी कि उनकी बेटी की मौत हो गयी है, जब मामले की जानकारी के लिए गांव पहुंचे तो गांव वालों ने जानकारी दी कि जूही का देवर नंदन कुमार शराब के नशे में घर पहुंचा और दुष्कर्म करने का प्रयास किया, जब उसकी भाभी ने विरोध किया तो नंदन कुमार ने गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद घर में सास, गोतनी आरती देवी, भैंसुर मनोज दास और देवर कुमोद दास भी मौजूद थे.

मृतका का ढाई साल का पुत्र घटना के बाद से है लापता
मृतका का ढाई वर्ष का पुत्र भी घटना के बाद से लापता बताया जा रहा है, जब शव को पंजवारा थाना परिसर में रखा गया था. उस वक्त मौजूद परिजनों ने काफी देर तक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से रोके रखा था. परिजनों की मांग थी कि मृतका का पुत्र जो घटना का एकमात्र चश्मदीद गवाह है, उसे ससुराल पक्ष के लोगों ने कहीं छुपा दिया है. पुलिस उससे पहले बरामद करें, उसके बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजे. पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेजा, लेकिन बच्चे को बरामद नहीं कर पायी थी. परिजन बच्चे के साथ किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत है.

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