महिलाकर्मी के साथ दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी लिपिक को भेजा गया जेल

बांका : बिहार के बांका में बौंसी प्रखंड कार्यालय परिसर में डाटा ऑपरेटर का कार्य कर रही महिलाकर्मी के साथ दुष्कर्म के प्रयास में प्रभारी प्रधान लिपि क महमूद आलम को शनिवार को जेल भेज दिया गया. इस मामले में बौंसी थाना कांड संख्या 37/2020 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मालूम हो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 9, 2020 12:26 PM

बांका : बिहार के बांका में बौंसी प्रखंड कार्यालय परिसर में डाटा ऑपरेटर का कार्य कर रही महिलाकर्मी के साथ दुष्कर्म के प्रयास में प्रभारी प्रधान लिपि क महमूद आलम को शनिवार को जेल भेज दिया गया. इस मामले में बौंसी थाना कांड संख्या 37/2020 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.

मालूम हो कि पीड़िता जब कार्यालय बंद कर वापस आ रही थी उसी वक्त उसके कार्यालय में प्रधान लिपिक के द्वारा पीछे से पकड़ कर दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया था. हालांकि, पुलिस के पूछताछ में लिपिक के द्वारा मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए इन्कार किया जा रहा था, लेकिन प्रखंड कार्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज में उसकी काली करतूत सामने आ गयी.

शुक्रवार की देर रात प्रशिक्षु आईएएस, थानाध्यक्ष व अन्य के द्वारा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. पूछताछ के क्रम में भी लिपिक ने प्रशिक्षु आईएएस और थानाध्यक्ष राजेश कुमार यादव से कहा था कि वह उसके कमरे में नहीं गया है. जबकि, सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि वह लगातार शुक्रवार को चार बार उसके कमरे में गया था. अंतिम में घटना के बाद जब पीड़िता धक्का देकर तेजी से निकल रही है. उस वक्त भी
वह उसके पीछे मौजूद था. घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशिक्षु आईएएस ने थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देते हुए कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.

पूर्व में भी हुई है प्राथमिकी
2013 के दिसंबर माह में तत्कालीन बीडीओ दीना मुर्मू के द्वारा प्रभारी प्रधान लिपिक महमूद आलम पर बौंसी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. बताया गया था कि दरभंगा जिले के घनश्यामपुर थाना अंतर्गत बसौली गांव निवासी कासिम के पुत्र आरोपी के द्वारा समस्तीपुर जिला के हसनपुर ब्लॉक में एक करोड़ दो लाख 84 हजार 643 रुपये गबन कर लिया गया था. जबकि, 2 लाख 69 हजार 831 रुपया अग्रिम राशि के रूप में हड़पने के उद्देश्य से मूल अंतिम वेतन प्रमाण पत्र गायब कर दिया गया था.

आठ साल से बौंसी प्रखंड में हैं कार्यरत

आरोपी महमूद आलम की जॉइनिंग उर्दू टंकक के रूप में 28 नवंबर 2012 को हुई थी. जबकि, 2013 में इसे यहां का प्रभारी प्रधान लिपिक बना दिया गया था. इन 8 सालों के कार्यकाल में इनके ऊपर जहां गबन का आरोप लगा. वहीं, महिलाकर्मी के साथ छेड़छाड़ की बात भी सामने आयी. जबकि, दबे स्वर में प्रखंड व अंचल के कर्मी के साथ-साथ स्थानीय लोग भी कहते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना में भी इनके द्वारा कई लोगों से मोटी रकम वसूली गयी है. हालांकि, साक्ष्य के अभाव में यह हमेशा बचते रहे.

दूसरी बीबी का रो-रोकर है बुरा हाल

आरोपी पहले से ही शादीशुदा है. इसकी एक बीबी इसके गांव में रहती है. जबकि, यहां आने के बाद दूसरी शादी इसने कटोरिया प्रखंड के दोमुहान गांव में मोहम्मद ताहिर अंसारी की बेटी बीबी नसीमा खातून से की. दूसरी पत्नी ने बताया कि उसके पहले शौहर के मौत के बाद उसने दूसरी शादी की. 3 साल पूर्व एक पुत्र हुआ, लेकिन 24 घंटे के बाद उसकी मौत हो गयी. जबकि, पहली पत्नी में 13 वर्ष का पुत्र मोहम्मद फैजान है. प्रखंड परिसर के सरकारी आवास में रह रही दूसरी पत्नी ने पति पर लगाये आरोप के बारे में कहा कि उन पर लगाया गया आरोप गलत है.

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