पटाखा दुकान पर पानी-बालू के साथ रखना होगा अग्निशामक

बांका : दीपावली को लेकर पटाखा की बिक्री जोर पकड़ने लगी है. शहर के सभी प्रमुख बाजार में पटाखा की आकर्षक दुकान सजायी गयी है. प्रतिदिन ग्राहकों की भीड़ इसकी खरीदारी के लिए जुट रही है. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने पटाखा दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कई तरह की सुविधाएं दुकान पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 17, 2017 2:44 PM

बांका : दीपावली को लेकर पटाखा की बिक्री जोर पकड़ने लगी है. शहर के सभी प्रमुख बाजार में पटाखा की आकर्षक दुकान सजायी गयी है. प्रतिदिन ग्राहकों की भीड़ इसकी खरीदारी के लिए जुट रही है. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने पटाखा दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कई तरह की सुविधाएं दुकान पर मौजूद रखने का निर्देश दिया है. जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने सभी पटाखा दुकान में पर्याप्त मात्रा में पानी, बालू भरा पांच बाल्टी के साथ अग्निशामक यंत्र मौजूद रखने का निर्देश दिया है.

प्रशासन का साफ निर्देश है कि आपदा से निबटने के लिए अगर तत्काल व्यवस्था किसी भी दुकान पर निरीक्षण के दौरान नहीं दिखी तो लाइसेंस रद्द करने के साथ ही ठोस कानूनी कार्रवाई की जायेगी. जानकारी के मुताबिक अबतक जिले भर में 194 दुकानों में पटाखा बिक्री के लिए लाइसेंस निर्गत किया जा चुका है.

सबसे अधिक बांका थाना क्षेत्र के 38 दुकानदारों ने इसकी अनुज्ञप्ति प्राप्त की है. जबकि सबसे कम चांदन में लाइसेंस निर्गत किया गया है. जानकारी के मुताबिक आर्म्स मजिस्ट्रेट नियमानुसार लाइसेंस को निर्गत करते हैं. दिन भर समाहरणालय परिसर में लाइसेंस को लेकर दुकानदारों का आना-जाना लगा रहा है.

पटाखा से पर्यावरण को खतरा : सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखा बंद कर दिया है. बुद्धिजीवी व कई सामाजिक संगठनों ने इसका स्वागत किया है. जानकारों की मानें तो पटाखा पर्यावरण पर तेजी से व भारी प्रभाव डालता है.

साथ ही पटाखा अगर हाथ में छूट गया तो जलने का भी डर बना रहता है. इसलिए वैज्ञानिक व शिक्षाविद् हमेशा पटाखा से दूर रहकर इको फ्रेंडली दीपावली मनाने की अपील करते रहते हैं. ज्ञात हो कि केवल बांका शहर में प्रतिदिन लाखों का पटाखा बिक जाता है. अगर पूरे दीपावली का हिसाब लगाएं तो पटाखे का व्यवसाय यहां करोड़ों पार हो जाता है.

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