गलियों में लगे हैं कचरे के ढेर

उदासीनता. जागरूकता की कमी व नप की अनदेखी से बिगड़ी स्थिति औरंगाबाद कार्यालय : ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं का अभाव को देखते हुए लोग शहरों की तरफ आते हैं. लेकिन, नागरिकों में जागरूकता के अभाव व सरकारी मशीनरी की अनदेखी से कई बार शहर की स्थिति गांव से भी बुरी हो जाती है. नगर पर्षद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2017 6:54 AM

उदासीनता. जागरूकता की कमी व नप की अनदेखी से बिगड़ी स्थिति

औरंगाबाद कार्यालय : ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं का अभाव को देखते हुए लोग शहरों की तरफ आते हैं. लेकिन, नागरिकों में जागरूकता के अभाव व सरकारी मशीनरी की अनदेखी से कई बार शहर की स्थिति गांव से भी बुरी हो जाती है. नगर पर्षद क्षेत्र के वार्ड 14 की स्थिति कुछ ऐसी ही है. यहां के वार्ड पार्षद भी दावे से कहते हैं कि उनके वार्ड में किसी को कोई समस्या नहीं है. जो भी समस्या मिलती है, उसे जल्द ही दूर किया जाता है. मंगलवार को जब प्रभात खबर की टीम समस्या जानने के लिए वार्ड 14 में पहुंची, तो यहां लोगों की समस्या सुन लगा कि शहर में विकास के नाम पर लोगों से ठगी जा रही है. इसी मुहल्ले के पिंटू कुमार,
सूरज कुमार, आलोक कुमार, सत्यनारायण कुमार, रिंकू कुमार, राजू कुमार, गौतम कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि इस मुहल्ले की समस्या के लिए वार्ड पार्षद का ध्यान नहीं रहता, सिर्फ ध्यान रहता है चुनाव के समय वोट लेने पर. चुनाव के समय जितनी समस्या लोग रखते हैं, उसे वार्ड पार्षद चुनाव के तुरंत ही बाद दूर कर देने का आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद घर पर समस्या जानने तक नहीं पहुंचते. अगर हमलोगों की जरूरत रहती है, तो उनसे मिलने के दर-दर की ठोकरें खाते हैं. जब उनके घर पर पहुंचते हैं, तो पता चलता है कि किसी काम से बाहर गये हैं. इस वार्ड में नालियों की बात की जाये, तो साफ-सफाई का घोर अभाव है. मुहल्लों के मुख्य सड़कों के अलावे अंदर की गलियों में नालियां कचरे से बजबजाती रहती है. साफ-सफाई नहीं किये जाने से घर से निकले कचरा नालियों में जाकर जमा होता है. कुछ लोग अपने घर के सामने की नालियों को साफ कर कचरा नालियों के ऊपर रख देते हैं. इसे भी कोई उठाने के लिए नही पहुंचता. सड़क तो इस वार्ड में बनी है, पर नालियों के अभाव में सभी के सभी बेकार साबित हो रहे हैं. लाइट भी पर्याप्त मात्रा में लगायी गयी है, लेकिन कई जगहों पर इस तरह से लगायी गयी है, जिसकी रोशनी सिर्फ एक ही घर को मिलती है. मुख्य चौक-चौराहों पर कम ही लाइटें दिखती हैं.
वार्ड 14 में बजबजाती नालियों से परेशान रहते हैं मुहल्लावासी
क्या कहते हैं मुहल्लावासी
पक्की नाली के लिए दो साल पहले हुआ टेंडर, निर्माण नहीं हुआ शुरू
मुहल्ले के ही पिंटू कुमार बताते हैं कि पक्की नालियां बनने के लिए दो-तीन साल से सुन रहे हैं. लेकिन, अब तक नाली का निर्माण शुरू नहीं हो सका है. नालियां नहीं बनने से धर्मशाला रोड मुख्य पथ पर नाली का पानी बहता है. इससे लोगों को परेशानी होती है. वार्ड पार्षद खुद लोगों को बताते हैं कि शाहपुर अखाडा स्थित नालियां पास हो चुकी हैं. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा.
तीन साल बाद भी नहीं मिला विधवा पेंशन का लाभ
नाम नहीं छापने की शर्त पर शाहपुर मुहल्ले के ही एक विधवा महिला ने बताया कि उसके पति का निधन हुए लगभग चार साल हो गये. विधवा पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए दो से तीन बार आवेदन भी जमा किया, लेकिन अब तक पेंशन का लाभ नहीं मिला.
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद
इस संबंध में जब वार्ड 14 के पार्षद रामप्रवेश भगत से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि ऐसी कोई समस्या नहीं है. जहां से भी लोगों की समस्या मिलती है, उसे दूर किया जाता है. नालियों की सफाई हर सप्ताह की जाती है. विधवा पेंशन योजना के लिए पहले से कुछ विभाग में दिक्कत था, अब सभी लोगों को सूची बना कर योजना से जोड़ा जा रहा है. मेरे वार्ड क्षेत्र में पर्याप्त लाइटें भी लगी है. अधिकांश जगहों पर पक्की सड़क का निर्माण किया जा रहा है. शाहपुर में जो नाली पास होने की बात कही जा रही है, वह गलत है. उसके लिए विभाग को सूचना दी गयी है, आवंटन उपलब्ध होते ही वार्ड की सभी समस्या को दूर कर लिया जायेगा.
कचरे का उठाव नहीं होने से निकलती है दुर्गंध
मुहल्ले के ही एक व्यक्ति ने बताया कि लोग अपने घरों से कचरा चिह्नित जगहों पर फेंक देते हैं, लेकिन सफाईकर्मियों द्वारा एक-एक सप्ताह तक नहीं उठाये जाने के कारण दुर्गंध निकलती है. इस जगह से होकर जाने में लोगों को काफी मशक्कत उठानी पड़ती है. खास कर सुबह में छोटे-छोटे बच्चे को स्कूल जाने के दौरान परेशानी होती है.
पार्षद की अनदेखी से होती है परेशानी
मुहल्ले के ही एक महिला ने बताया कि वार्ड पार्षद अपने कामों में ज्यादा व्यस्त दिखते हैं. मुहल्लेवासियों पर थोड़ा ध्यान देंगे, तो लोगों को समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. वैसे वार्ड पार्षद को सूचना देने के बाद काम को आसानी से कर देते हैं. जो भी परेशानी होती है, वे दूर करने का प्रयास करते हैं.

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