15 दिन से लापता आरा के किशाेर का शव जबलपुर में चलती ट्रेन से हुआ बरामद

मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन पर गाड़ी संख्या (01040) समस्तीपुर लोकमान्य तिलक साप्ताहिक ट्रेन के शौचालय के पास से पंद्रह दिन से लापता आरा के एक छात्र का शव बरामद हुआ है.

By Prabhat Khabar | April 27, 2024 10:19 PM

आरा.

मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन पर गाड़ी संख्या (01040) समस्तीपुर लोकमान्य तिलक साप्ताहिक ट्रेन के शौचालय के पास से पंद्रह दिन से लापता आरा के एक छात्र का शव बरामद हुआ है. शव के मिलने से यात्रियों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही. इसके बाद दिव्यांग बोगी में मौजूद अन्य यात्रियों द्वारा इसकी सूचना जबलपुर रेल थाना पुलिस को दी गयी. सूचना पाकर जबलपुर रेल पुलिस ट्रेन के दिव्यांग बोगी में पहुंची और शव अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया. जानकारी के अनुसार मृत छात्र टाउन थाना क्षेत्र के अहिरपुरवा मोहल्ला वार्ड नंबर 29 निवासी शिवमुनी यादव का 17 वर्षीय पुत्र संजय कुमार है. वह जैन स्कूल में पढ़ता था एवं नौवीं कक्षा का छात्र था. शव मिलने के बाद जबलपुर रेल पुलिस द्वारा उसके शव को आरा भेज दिया गया. वहीं परिजन द्वारा मृत छात्र की प्रेमिका व उसके परिवार वालों पर उसे घर से भगा कर ले जाने एवं गला दबाकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है. उधर मृत छात्र का शव जैसे ही उसके घर पहुंचा. तभी शव को देखकर उसके परिजनों का आक्रोश भड़क उठा. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने मृत छात्र की प्रेमिका व उसके परिवार वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बाइपास रोड स्थित अहिरपुरवा मोड़ के समीप उसके शव को सड़क के बीचो-बीच रख सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम के दौरान आक्रोशित लोगों द्वारा टायर जलाकर आगजनी भी की गई. उनके द्वारा करीब दो घंटे तक सड़क को जाम रखा गया. सड़क जाम होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही और आवागमन पूरी तरह ठप रहा. उधर सड़क जाम व आगजनी की सूचना पाकर टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर जाम को हटवाया. इधर मृत छात्र की बहन नीतू देवी ने बताया कि मोहल्ले के ही राज कुमार की बेटी सुषमा कुमारी से कुछ महीनों से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था. इसी बीच 23 अप्रैल, मंगलवार की शाम सुषमा कुमारी उसके भाई को नशे की गोली खिलाकर अपने साथ जबलपुर ले गयी. 24 अप्रैल बुधवार की शाम जब उसने अपने भाई संजय कुमार के मोबाइल पर कॉल किया, तो उसके भाई की जगह सुषमा कुमारी ने कॉल उठाया. जिसके बाद उसने कहा कि भाई से बात कराओ, तो उसने कहा कि भाई सो रहा है. इसके बाद जब उसने दोबारा उसे बात करने के लिए कहा, तो उसके भाई ने फोन पर उससे नशे की हालत में बात की. इसी बीच गुरुवार की शाम जबलपुर रेलवे स्टेशन पर समस्तीपुर लोकमान्य तिलक साप्ताहिक ट्रेन के दिव्यांग बोगी में शौचालय के पास से उसका शव बरामद हुआ. इसके बाद जबलपुर रेल पुलिस द्वारा इसकी सूचना फोन कर उसके परिजनों को दी गई. वहीं दूसरी ओर मृत छात्र की बहन नीतू देवी ने उसकी प्रेमिका सुषमा कुमारी पर उसका गला दबाकर व फांसी लगाकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है. वहीं मृत छात्रा की प्रेमिका सुषमा कुमारी द्वारा जबलपुर रेल पुलिस को मोबाइल रिकॉर्डिंग में दिये गये बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में उसने जबलपुर रेल पुलिस को बताया है कि वह दोनों एक- दूसरे से प्रेम करते थे और 23 अप्रैल मंगलवार की शाम भाग कर एमपी के जबलपुर चले आये थे. जहां उन्होंने मंदिर में जाकर शादी कर ली. इसके बाद वह जबलपुर जंक्शन से समस्तीपुर लोकमान्य तिलक साप्ताहिक ट्रेन पकड़कर वह दोनों मुंबई जा रहे थे. तभी जाने के क्रम में ही उसके प्रेमी संजय कुमार के परिवार का उसके मोबाइल पर फोन आया और उनके बीच बातचीत हुई. बातचीत के दौरान उसने अपने प्रेमी संजय कुमार को कुछ बोल दिया. जिससे वह गुस्से में आ गया और दिव्यांग बोगी के शौचालय में चला गया तो उसने सोचा कि वह शौच करने गया है. लेकिन आधा घंटा बीत जाने के बाद भी जब वह शौचालय से बाहर नहीं आया तो उसने ट्रेन के शौचालय के गेट को धक्का देकर खोल दिया. जैसे ही उसने ट्रेन के शौचालय का गेट खोला तो उसने देखा कि शौचालय में लगे लोहे के पाइप में गमछा बांधकर उसने फांसी लगा ली है. जिसके बाद उसने गमछे को आधा काट दिया और उसके शव को शौचालय से बाहर निकाल कर बोगी में ले आयी. जिसके बाद सूचना पाकर जबलपुर रेल पुलिस वहां पहुंची. हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है. बताया जाता है कि मृतक अपने छह बहन व दो भाई में चौथे स्थान पर था. उसके परिवार में मां मुन्नी देवी व छह बहन रूबी, नीतू, छोटी, खुशबू, नेहा सुमन एवं एक भाई मनीष है. घटना के बाद मृत छात्र के घर में कोहराम मच गया. इस घटना के बाद मृत छात्र की मां मुन्नी देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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