बिहार: अररिया के स्कूल में मध्याह्न भोजन खाने से बीमार पड़े दर्जनों बच्चे, अस्पताल में अलग से लगाना पड़ा बेड

बिहार के अररिया में मिड डे मील खाने के बाद दर्जनाें स्कूली बच्चे बीमार पड़ गए. जानिए क्या है पूरा मामला..

By ThakurShaktilochan Sandilya | March 14, 2024 8:38 AM

अररिया सदर प्रखंड के किस्मत खवासपुर पंचायत के वार्ड संख्या 06 अंतर्गत गोढ़ी टोला पलासी के लगभग चार दर्जन स्कूली बच्चे बुधवार को फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए. ग्रामीणों के अनुसार सभी बच्चे उमवि जितवारपुर में पढ़ाई करते हैं. जानकारी के अनुसार स्कूल में एमडीएम भोजन में बने खिचड़ी खाकर 05 बजे स्कूल से लौटने के बाद रास्ते में ही कुछ बच्चे उल्टी व दस्त के शिकार होने लगे. धीरे-धीरे शाम के करीब 07 बजे तक 04 दर्जन बच्चे इसकी चपेट में आ गए. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अररिया सदर एसडीओ अनिकेत कुमार, सदर बीडीओ धीरज कुमार व सांसद प्रदीप सिंह को तत्काल घटना की सूचना दी. जिसके बाद सांसद की पहल पर तीन एंबुलेंस भेजकर तत्काल बच्चे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि कुछ अन्य बच्चे के लिए सदर अस्पताल से मेडिकल टीम भेजकर घर में पीड़ित बच्चों का इलाज करवाया गया.

अस्पताल में कम पड़ गया बेड

मिड डे मील खाकर बीमार पड़ने का यह मामला जैसे ही लोगों को मालूम चलता गया. अस्पताल परिसर में सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई. सांसद प्रदीप सिंह सदर अस्पताल स्वयं पहुंचे. उन्होंने सिविल सर्जन विधानचंद्र सिंह से मिलकर मौजूद चिकित्सकों की टीम के साथ मॉनिटरिंग करना शुरू किया. वहीं अस्पताल के रूम में बेड कम पड़ जाने से अस्पताल परिसर भवन में अलग से बेड लगाया जाने लगे. थोड़ी देर बाद एएसपी सह एसडीपीओ रामपुकार सिंह व सदर एसडीओ अनिकेत सिंह सदर अस्पताल पहुंचे.

अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल

इधर घटना की जानकारी देते हुए अस्पताल परिसर में मौजूद परिजनों ने बताया कि दर्जनों बच्चे उल्टी दस्त के शिकार हुए हैं. इस तरह के घटना से अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. बीमार बच्चों को लेकर उनके परिजन अस्पताल में डटे रहे.

प्रधानाध्यापक ने एक भोज का भी किया जिक्र..

इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभिनंदन ऋषिदेव ने बताया कि 437 नामांकित बच्चों में से कुल 227 स्कूली बच्चे बुधवार को मध्याह्न भोजन में खिचड़ी-चोखा खाये थे. लेकिन एक ही टोले के बच्चे विषाक्त भोजन का शिकार हुए हैं. उन्होंने बताया कि जिस टोले के बच्चे विषाक्त भोजन के शिकार हुए हैं. वहां दो दिन पूर्व से भोज का भी आयोजन हुआ था. ऐसे में कुछ कहना सही नही होगा.

खिचड़ी-चोखा खाने से सभी बच्चे फूड पॉइजनिंग के हुए शिकार

स्कूल में खिचड़ी-चोखा खाने से सभी बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं. लगभग 40 से 45 बच्चों को सदर अस्पताल में अबतक भर्ती कराया गया है. सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. अस्पताल में अच्छे डॉक्टर की टीम व 35 सदर अस्पताल के कर्मी के द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
विधानचंद्र सिंह, सिविल सर्जन, सदर अस्पताल अररिया

बोले सांसद..

अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि बीमार बच्चों का हालचाल का जायजा लिया गया है. खुद से मॉनिटरिंग कर रहा हूं. मध्य विद्यालय जितवारपुर में बने एमडीएम का भोजन खिचड़ी-चोखा खाने से लगभग 100 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं. जो कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. जानकारी जुटाने पर ज्ञात हुआ है कि स्कूल में बने एमडीएम भोजन खाने से बच्चे बीमार हुए हैं. खाना बनाने वाला रसोइया व विद्यालय के हेडमास्टर जांच के घेरे में हैं. सर्वप्रथम स्कूल की जांच करायी जायेगी. जांच के बाद यदि लापरवाही सामने आती है तो दोषी को बक्शा नहीं जायेगा. यह देश के भविष्य की बात है. इतने बच्चे स्कूल से लौटने के बाद एकसाथ बीमार पड़ गए. इस तरह की घटना कई बार सुनने को मिलती रहती है. इस तरह की लापरवाही करने वाले कोई भी हो. जांच में लापरवाही दिखने पर उन्हें दंडित किया जायेगा.

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