जिले में मनरेगा की स्थिति है डांवाडोल

तीन साल में पूर्ण हुआ केवल 15 राजीव गांधी सेवा केंद्र 218 पंचायतों में से केवल 145 पर शुरू हुआ था काम जॉब कार्ड सत्यापन में भी प्रगति नहीं, मानव दिवस भी पीछे अररिया : जिले में मनरेगा योजनाओं की प्रगति बहुत संतोषजनक नहीं है. प्रखंड व पंचायतों में बनने वाले राजीव गांधी सेवा केंद्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 5:41 AM

तीन साल में पूर्ण हुआ केवल 15 राजीव गांधी सेवा केंद्र

218 पंचायतों में से केवल 145 पर शुरू हुआ था काम
जॉब कार्ड सत्यापन में भी प्रगति नहीं, मानव दिवस भी पीछे
अररिया : जिले में मनरेगा योजनाओं की प्रगति बहुत संतोषजनक नहीं है. प्रखंड व पंचायतों में बनने वाले राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है. जॉब कार्ड धारकों का सत्यापन कार्य भी बहुत सुस्त है. साथ ही मानव दिवस सृजन भी लक्ष्य से पीछे है. कहा जा रहा है कि फंड के अभाव में निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है.
जिला मनरेगा सेल व विभाग के कार्यपालक अभियंता से मिली जानकारी के अनुसार नौ प्रखंड मुख्यालय के साथ साथ जिले के सभी 218 पंचायतों में राजीव गांधी सेवार केंद्र का निर्माण होना था. पर जमीन उपलब्धता की दिक्कत के चलते केवल 145 पंचायतों व नौ प्रखंड मुख्यालय में ही निर्माण कार्य शुरू हो पाया.
योजना की अद्यतन स्थिति के बाबत बताया गया कि अररिया, नरपतगंज व भरगामा प्रखंड मुख्यालय का सेवा केंद्र भवन पूर्ण हो चुका है. पलासी में भी निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. बाकी में निर्माण कार्य चल रहा है. वहीं दी गयी जानकारी के मुताबिक पंचायतों में बनने वाले सेवा केंद्रों के निर्माण की प्रगति की रफतार बहुत धीमी है. आंकड़े बताते हैं कि अररिया प्रखंड के कमलदाहा सहित केवल 15 सेवा केंद्र पूर्ण हो पाया है.
गौर तलब है कि राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुए लगभग तीन साल का समय बीत चुका है. पर निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है. यही नहीं बल्कि जॉब कार्ड सत्यापन का माला भी बहुत धीमी गति से चल रहा है. मनरेगा सेल से मिली जानकारी के अनुसार अब तक केवल 31 हजार 55 कार्ड का ही सत्यापन हो पाया है. गौर तलब है कि जिले में कुल जॉब कार्ड धारकों की संख्या चार लाख 54 हजार 628 है.
एसइसीसी मैपिंग का माजरा तो और भी अधिक बुरा है. बताया जाता है कि सरकार ने जिले के भूमिहीन मजदूरों की संख्या का मीलान जॉबकार्ड धारकों से करना है. मिली जानकारी के अनुसार एसइसीसी में दर्ज जिले के लिए कुल तीन लाख 17 हजार 814 भूमिहीन मजदूरों की एसइसीसी मैपिंग का लक्ष्य दिया गया है. पर प्रगति का आलम ये है कि केवल 318 की ही मैपिंग हो सकी है.
मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजन भी लक्ष्य से पीछे चल रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में जून माह तक कुल 11 लाख मानव दिवस सृजन का लक्ष्य दिया गया था. पर चार जुलाई तक केवल सात लाख 34 हजार 447 मानव दिवस ही सृजन हो पाया है. फंड को लेकर दिक्कत का आलम ये है कि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक मजदूरों का ही 622 लाख बकाया चढ़ चुका है.
जॉबकार्ड धारक 454628
जॉबकार्ड सत्यापन 31055
मजदूरों की संख्या 317814
एसइसीसी मैपिंग 478,
मानव दिवस लक्ष्य 11 लाख
सृजन 734447
फंड की कमी
तीन प्रखंड मुख्यालय में राजीव गांधी सेवा केंद्र बन चुका है. 15 पंचायतों में सेवा केंद्र भवन बन चुका है. 30 भवन छत लेवल तक पहुंच चुका है. इसती ही संख्या में भवन का निर्माण लिंटल लेवल तक हो चुका है. सामग्री मद में रेगुलर फंड नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है.
सुरेश प्रसाद, कार्यपालक अभियंता, मनरेगा ़

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