उत्पाद विभाग की नीलामी में खरीदे वाहन को हाइकोर्ट का आदेश बता उठा ले गया प्रशासन, अब पैसे डूबने का सता रहा डर

जोकीहाट प्रखंड के महलगांव मदरसा टोला निवासी राशिद जमाल ने उत्पाद विभाग के तरफ से लगायी गयी नीलामी में बोली लगाकर चार पहिया वाहन खरीदा था. बोली समेत करीब चार लाख रुपये खर्च हुए थे. वाहन लेकर वह अपना घर आ गया. कुछ दिनों के बाद हाइकोर्ट के आदेश पर प्रशासन वाहन मालिक राशिद जमाल से वाहन वापस ले गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2023 6:51 PM

अररिया. जोकीहाट प्रखंड के महलगांव मदरसा टोला निवासी राशिद जमाल ने उत्पाद विभाग के तरफ से लगायी गयी नीलामी में बोली लगाकर चार पहिया वाहन खरीदा था. बोली समेत करीब चार लाख रुपये खर्च हुए थे. वाहन लेकर वह अपना घर आ गया. कुछ दिनों के बाद हाइकोर्ट के आदेश पर प्रशासन वाहन मालिक राशिद जमाल से वाहन वापस ले गयी. अब वाहन मालिक गाड़ी कीमत व बीमा व अन्य खर्चों को लेकर चिंतित है. उनका कहना है कि चार लाख रुपये खर्च हुए हैं. अब उन्हें राशि वापस कब मिलेगी, इसकी कोई जानकारी नहीं दे रहा है. वाहन भी नहीं मिला और अब चार लाख डूबने का डर भी सता रहा है.

शराब लोड वाहन का हुआ था नीलामी

जानकारी के अनुसार किशनगंज में शराब लोड एक वाहन पकड़ाया था. प्रशासन की तरफ से वाहनों के नीलामी की गयी. इसमें बागनगर महलगांव निवासी राशिद जमाल ने सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए हुए महिंदा टीयूवी 300 खरीदा था. बोली दो लाख 45 हजार लगा था. इसके बाद बीमा, निबंधन और मरम्मति समेत करीब चार लाख रुपये खर्च हुए. वह वाहन लेकर अपने घर आये. इसके बाद किशनगंज प्रशासन ने हाइकोर्ट का हवाला देते हुए वाहन जब्त करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा तब हुआ जब उन्होंने विधिवत तरीके से आयोजित नीलामी में वाहन खरीदा था. वाहन में उन्होंने काफी खर्च हुआ.

पैसा डूबने का सता रहा डर

किशनगंज के डीएम श्रीकांत शास्त्री ने अररिया के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर उक्त वाहन को जमा कराने का आग्रह किया. साथ ही किशनगंज के एक्सआईज डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी ताहिर हसन को वाहन जब्त कर लाने की जिम्मेदारी दी. राशिद जमाल ने बताया कि प्रतिनियुक्त इंस्पेक्टर उनके घर पर वाहन को जब्त करने पहुंच गये. इसके बाद राशिद जमाल ने अररिया नगर थाने में वाहन को किशनगंज के एक्साइज डिपार्टमेंट के हवाले कर दिया. अब उन्हें राशि वापस कैसे होगी. राशिद जमाल ने अधिकारियों से गुहार लगायी है कि बोली की रकम समेत निबंधन, बीमा आदि की रुपये ब्याज सहित दिलाया जाए.

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