पंघाल और कौशिक सेमीफाइनल, भारत के दो पदक पक्के

एकातेरिनबर्ग (रूस) : अमित पंघाल (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने बुधवार को यहां विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जिससे भारत ने विश्व पुरुष मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पहली बार दो पदक पक्के कर लिये. एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता पंघाल ने फिलीपींस के कार्लो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 18, 2019 4:46 PM

एकातेरिनबर्ग (रूस) : अमित पंघाल (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने बुधवार को यहां विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जिससे भारत ने विश्व पुरुष मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पहली बार दो पदक पक्के कर लिये.

एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता पंघाल ने फिलीपींस के कार्लो पालाम को 4-1 से जबकि राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता कौशिक ने ब्राजील के वांडरसन डि ओलिवेरा को 5-0 से शिकस्त दी. दोनों मुक्केबाजों ने इस तरह विश्व चैम्पियनशिप में अपना पहला पदक सुनिश्चित कर लिया है.

दूसरे वरीय पंघाल ने इससे पहले पालाम को पिछले साल एशियाई खेलों में शिकस्त दी थी. हालांकि उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह पहले दौर के अंत में पालाम से पिछड़ रहे थे, लेकिन सेना के मुक्केबाज ने अगले दो दौर में ज्यादा आक्रामकता बरती.

रोहतक के पंघाल ने मुकाबले के बाद कहा, मैंने धीमी शुरुआत की लेकिन मुझे लगता है कि मैंने दूसरे और तीसरे दौर में दबदबा बनाया. मेरे कोचों ने मुझे आक्रामक होने के लिये कहा और मैंने उसकी कोशिश भी की. मैं पहले भी उससे भिड़ चुका हूं जिससे मुझे उसकी रणनीति के बारे में पता था.

अंतिम चार मुकाबले में हरियाणा के इस मुक्केबाज का सामना कजाखस्तान के साकेन बिबोसिनोव से होगा जिन्होंने क्वार्टरफाइनल में आर्मेनिया के यूरोपीय स्वर्ण पदक विजेता और छठे वरीय आर्टर होवहानिश्यान को पराजित किया था. पंघाल विश्व चैम्पियनशिप के पिछले चरण के भी क्वार्टरफाइनल में पहुंचे थे, लेकिन 49 किग्रा वर्ग में वह तब गत चैम्पियन हसानबॉय दुस्मातोव से हार गये थे.

पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन कौशिक उनके बाद रिंग में उतरे, उन्होंने संयम दिखाते हुए जीत हासिल की. कौशिक का सामना क्यूबा के शीर्ष वरीय एंडी गोमेज क्रूज से होगा जिन्होंने रूस के आठवें वरीय इलिया पोपोव को पराजित किया. क्रूज 2017 के चरण में लाइट वेल्टरवेट (64 किग्रा) के स्वर्ण पदकधारी हैं और दो बार पैन अमेरिकी खेलों के स्वर्ण पदक विजेता रह चुके हैं.

भारत ने विश्व चैम्पियनशिप के एक चरण में एक कांस्य से अधिक पदक नहीं जीता है. अभी तक देश ने विजेंदर सिंह (2009), विकास कृष्ण (2011), शिव थापा (2015) और गौरव बिधुड़ी (2017) की मदद से कुल चार कांस्य पदक हासिल किये हैं.

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