कर्नाटक ने छठी बार ईरानी कप पर कब्जा जमाया

बेंगलूर : मनीष पांडे के शतक तथा श्रेयास गोपाल की अगुवाई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से रणजी चैंपियन कर्नाटक ने आज यहां शेष भारत को 246 रन से करारी शिकस्त देकर लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता. मैन ऑफ द मैच पांडे ने नाबाद 123 रन बनाये जिससे कर्नाटक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 21, 2015 2:19 AM

बेंगलूर : मनीष पांडे के शतक तथा श्रेयास गोपाल की अगुवाई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से रणजी चैंपियन कर्नाटक ने आज यहां शेष भारत को 246 रन से करारी शिकस्त देकर लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

मैन ऑफ द मैच पांडे ने नाबाद 123 रन बनाये जिससे कर्नाटक ने अपनी दूसरी पारी में 422 रन बनाकर शेष भारत के सामने 403 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा. शेष भारत की टीम हालांकि खेल के चौथे दिन केवल 43.3 ओवर में 156 रन पर ढेर हो गयी. उसकी तरफ से लगातार दूसरी पारी में केदार जाधव (56) को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज कर्नाटक के तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण के सामने नहीं टिक पाया.

लेग स्पिनर गोपाल कर्नाटक की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 39 रन देकर चार विकेट लिये. अभिमन्यु मिथुन ने 40 रन देकर तीन विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया. एस अरविंद और एच शरत ने एक एक विकेट लिया. कर्नाटक इस तरह से लगातार दूसरे सत्र में राष्ट्रीय क्रिकेट के तीन महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जीते. उसने ईरानी कप से पहले रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे एकदिवसीय टूर्नामेंट में भी अपने खिताब का सफल बचाव किया था.

पहली पारी में 20 रन से पिछडने वाले कर्नाटक ने सुबह अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 341 रन से आगे बढायी. पांडे ने 73 रन से आगे खेलना शुरु किया और अपने करियर का 15वां शतक लगाया. कप्तान आर विनय कुमार ने 38 रन का योगदान दिया. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि प्रज्ञान ओझा और वरुण एरोन को दो-दो विकेट मिले.

शेष भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. मिथुन ने उसके शीर्ष क्रम को झकझोरा और जल्द ही उसका स्कोर पांच विकेट पर 65 रन कर दिया. इनमें जीवनजोत सिंह (38) का विकेट भी शामिल था. जाधव ने एक छोर संभाला लेकिन उन्हें दूसरे छोर से कोई मदद नहीं मिली.

कप्तान मनोज तिवारी (24) की खराब फार्म यहां भी जारी रही. उनके आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे जयंत यादव (10) ने कुछ समय तक जाधव का साथ दिया. इन दोनों ने छठे विकेट के लिये 48 रन जोडे. यह साझेदारी टूटने के बाद शेष भारत की पारी सिमटने में देर नहीं लगी. शेष भारत ने आखिरी पांच विकेट 43 रन के अंदर गंवाये.

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