पाकिस्तान के साथ खेलने की बात पर ट्रोल हुए सचिन तेंदुलकर

नयी दिल्ली : पुलवामा हमले के बाद और भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों के बीच इंटरनेट पर ट्रोलर्स का हालिया निशाना क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर बने हैं. तेंदुलकर ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें आगामी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलकर उसे दो अंक देना गवारा नहीं है क्योंकि इससे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2019 8:57 AM

नयी दिल्ली : पुलवामा हमले के बाद और भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों के बीच इंटरनेट पर ट्रोलर्स का हालिया निशाना क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर बने हैं. तेंदुलकर ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें आगामी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलकर उसे दो अंक देना गवारा नहीं है क्योंकि इससे क्रिकेट महाकुंभ में इस चिर प्रतिद्वंद्वी को ही फायदा होगा.

तेंदुलकर ने भी सुनील गावस्कर के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि भारत के लिये वर्ल्ड कप में 16 जून को होने वाले मुकाबले से हटने के बजाय उसे हराना बेहतर होगा. सचिन के इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा और ट्विटर पर कई घंटे Sachin टॉप ट्रेंड्स में रहा. जहां बहुत लोग इस पर सचिन का समर्थन करते नजर आये, वहीं कई सचिन के बयान को ‘डिप्लोमैटिक’ बताकर उनकी आलोचना करते दिखे.

मैच से हटने की मांग
यहां चर्चा कर दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के मारे जाने के बाद इस मैच से हटने की मांग उठ रही है. तेंदुलकर ने पीटीआई को एक बयान में कहा कि भारत ने विश्व कप में हमेशा पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है. अब फिर से उन्हें हराने का समय है. मैं निजी तौर पर उन्हें दो अंक देना पसंद नहीं करूंगा क्योंकि इससे टूर्नामेंट में उन्हें मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि लेकिन मेरे लिये भारत सर्वोपरि है और मेरा देश जो भी फैसला करेगा मैं तहेदिल से उसका समर्थन करूंगा.

क्या कहा गावस्कर ने

हरभजन सिंह और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ियों ने जहां पाकिस्तान के पूर्ण बहिष्कार की मांग की है वहीं गावस्कर ने गुरुवार को कहा था कि अगर भारत अगर 16 जून को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला करता है तो यह उसकी हार होगी. विश्व कप ब्रिटेन में 30 मई से शुरू हो रहा है. शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट को संचालित करने वाली प्रशासकों की समिति ने कोई फैसला नहीं करने का निर्णय किया.

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