Jitiya Vrat Geet: जितिया के इन गीतों के बिना अधूरा है जीवित्पुत्रिका व्रत, यहां पढ़ें गानों के लिरिक्स

Jitiya Vrat Special Geet: जितिया पर्व में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं. इस व्रत को करने से संतान को दीर्घायु और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. जितिया व्रत के दौरान जितिया से जुड़े गीत सुनना और गाना बेहद शुभ माना जाता है.

By Neha Kumari | September 12, 2025 7:14 PM

Jitiya Vrat Special Geet: जितिया व्रत  इस बार 14 सितंबर को मनाया जा रहा है. इस व्रत को संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए महिलाएं करती हैं. यह व्रत तीन दिनों तक चलता है. व्रत के दौरान माताएं निर्जला उपवास रख भगवान जतामुआन की आराधना और पूरी पूजा करती हैं. कहा जाता है कि जो व्रती इस व्रत को सच में विधि-विधान से करती है, उस पर भगवान जतामुआन की विशेष कृपा बनी रहती है. महिलाएं इस दौरान कुछ खास जितिया के गाने सुनती और गाती हैं. इस लेख में हमने जितिया के कुछ विशेष गीतों के लिरिक्स प्रस्तुत किए हैं.

जितिया के गित (Jitiya  Geet)

जुग जुग जिए मोर बबुआ दुलरुवा

जुग जुग जिए मोर

जुग जुग जिए मोर बबुआ दुलरुवा

जिउत वहांन देवता से करब हम अरजिया

ऐ हो सखी भुखीब

ऐ हो सखी भुखीब

जितिया के परबिया…(x2)

बड़ा भारी होला सखी जितिया के बरतिया

बड़ा भारी होला

तीन दिन के होला सखी पावन परबिया

न खाये उपवास पारण के बा बिधिया

आशीन अनहरिया के अस्टमी तिथि के

जीवतिया पुजाला निरजल व्रत रख के

सासु जी से पूछब

सासु जी से

सासु जी से पूछब कुल व्रत के नियमिया…(x३)

ऐ हो सखी भुखीब

ऐ हो सखी भुखीब

जितिया के परबिया…(x2)

बड़ा भारी होला सखी जितिया के बरतिया

बड़ा भारी होला

सप्तमी के दिने होला गंगा आसन्नवा

नवनि संग मडवा वर्ती खाये एहि दिनवा

नेनुवाके पातपर पुवा पकवनवा

चील सियारिन दिहल जाला भोगवा

गोतनि सग करब हम

गोतनि सग

गोतनि सग करब हम

भोर में सरगहिया

ऐ हो सखी भुखीब

ऐ हो सखी भुखीब

जितिया के परबिया…(x2)

बड़ा भारी होला सखी जितिया के बरतिया

बड़ा भारी होला

लव कुश पुजला सखी अष्टमी के संझिया

कथा सुनीली बूढ़ होके चाहे कन्या

नवमी के भोर होला पारण के दिनवा

कांडा गिराउके बनेला भोजनवा

सईया से मगाइब हम

उत्तम जी से

खुसबू मगाइये सोने के जिउतिया

ऐ हो सखी भुखीब

ऐ हो सखी भुखीब

जितिया के परबिया…(x2)

बड़ा भारी होला सखी जितिया के बरतिया

बड़ा भारी होला…

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

तोहरा प बाबू कबहू आचना आए

अचरा के फुलवा कबो ना मुरझाए

तोहरा प बाबू कबहू आचना आए

अचरा के फुलवा कबो ना मुरझाए

तोहरो जीनगीया के दिही सवार हो

जिऊत वाहन देव अर्जी करीह स्वीकार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

हमरो दुलरवा के नजरों ने लागे

रहीह तू हरदम सबका से आगे

पढ़ लिख के बबुआ खूब नाम कमईह

कौनो परेशानी से तू कबहू ना डेरईह

जीऊत वाहन देव के बा महिमा अपार हो

एही से त निर्जल भूकल बानी त्यौहार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

हमरो उमर तोहरा के लग जाए

रोग बल्ला कोई छू नहीं पाई

पावन परब हम तोहरे ला करिले

कवनो ना गलती होखे ध्यान हम धरीले

तोहरे से रोशन बा अंगना हमार हो

कबहु भुलइह ना माई के दुलार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो

चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो

जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो.

यह भी पढ़े: Jitiya Vrat 2025: जितिया व्रत में महिलाएं न करें ये 4 गलतियां, वरना भुगतना पड़ सकता है बड़ा नुकसान