Gopashtami 2025: कब है गोपाष्टमी? यहां देखें पूजा की सही तिथि और समय

Gopashtami 2025: क्या आप जानते हैं कि गोपाष्टमी क्यों मनाई जाती है और इस साल गोपाष्टमी कब है? आइए इस आर्टिकल में जानते हैं इस पर्व की तिथि और महत्त्व.

By JayshreeAnand | October 28, 2025 8:38 AM

Gopashtami 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक शुक्ल अष्टमी के दिन गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है. यह दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गायों की सेवा की शुरुआत के प्रतीक के रूप में बेहद पवित्र माना जाता है. इस अवसर पर श्रद्धालु गौपूजन और श्री राधा कृष्ण की आराधना करते हैं.

गोपाष्टमी 2025 कब है

पंचांग के मुताबिक कार्तिक शुक्ल अष्टमी तिथि

आरंभ: 29 अक्टूबर 2025, बुधवार – सुबह 09:23 बजे

समाप्त: 30 अक्टूबर 2025, गुरुवार – सुबह 10:06 बजे

उदया तिथि को मानते हुए गोपाष्टमी की पूजा 30 अक्टूबर 2025, गुरुवार के दिन की जाएगी.

गोपाष्टमी 2025 पूजा शुभ मुहूर्त

सुबह 06:35 बजे से 07:57 बजे तक

इस शुभ समय में पूजा करने से भक्तों को सौभाग्य, आनंद और कृष्ण कृपा की प्राप्ति होती है.

क्यों मनाई जाती है गोपाष्टमी?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब नन्हे श्रीकृष्ण लगभग 6 साल के थे, तब उन्होंने मां यशोदा से कहा कि वे अब केवल बछड़ों की नहीं, बल्कि गायों की भी चरवाही करेंगे. यशोदा मैया ने उन्हें नंद बाबा से पूछने को कहा. नंद बाबा ने पहले तो उन्हें छोटा बताते हुए मना किया, लेकिन कृष्ण के आग्रह करने पर पंडितजी को बुलाया गया. पंडितजी ने पंचांग देखकर काफी देर तक गणना की और बताया कि गायों की चरवाही शुरू करने का शुभ समय आज ही है, अन्यथा पूरे वर्ष कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिलेगा. यह सुनते ही बाल गोपाल प्रसन्न होकर गायों को लेकर चराने निकल पड़े. उसी स्मृति में हर वर्ष कार्तिक शुक्ल अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन गौ आराधना और श्रीकृष्ण पूजा का विशेष महत्व है.

गोपाष्टमी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व

  • गौ माता को पृथ्वी पर सभी देवताओं का निवास स्थान माना गया है
  • गोपूजन और गोसेवा से घर में सुख, धन और शांति बढ़ती है
  • वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बना रहता है
  •  नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और स्वास्थ्य में सुधार की मान्यता है
  •  गौ ग्रास और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है
  •  इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने पर मनोकामनाएं पूरी होने का विश्वास है

गोपाष्टमी पर किसकी पूजा की जाती है?

गौ माता को स्नान, तिलक, फूल और चारा अर्पित किया जाता है. साथ ही श्री राधा कृष्ण की पूजा की जाती है.

क्या गोपाष्टमी पर व्रत रखा जाता है?

कई श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और गौशालाओं में दान-पुण्य करते हैं.

गोपाष्टमी पर्व कहां अधिक प्रसिद्ध है?

यह ब्रज क्षेत्र, वृंदावन, मथुरा और पूरे उत्तर भारत में बड़ी आस्था के साथ मनाया जाता है.