Chanakya Niti: चाणक्य नीति को अपनाकर आप भी बन सकते हैं धनवान, जानिए कैसे होगी मां लक्ष्मी आप पर मेहरबान

Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य ने मानव समाज के कल्याण के लिए अपने चाणक्य नीति में कई नीतियां बताई हैं. जिनका सदुपयोग करके हर व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है. अगर व्यक्ति उनकी नीति को अपनाएं तो उसके जीवन में कभी परेशानी नहीं आएगी. वहीं चाणक्य द्वारा बतायी गई नीतियों को ही अपनाकर चंद्रगुप्त मौर्य हर कार्य में सफल हुए थे और वह भारत के महान सम्राट बन गए.

By Radheshyam Kushwaha | June 6, 2020 2:55 PM

Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य ने मानव समाज के कल्याण के लिए अपने चाणक्य नीति में कई नीतियां बताई हैं. जिनका सदुपयोग करके हर व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है. अगर व्यक्ति उनकी नीति को अपनाएं तो उसके जीवन में कभी परेशानी नहीं आएगी. वहीं चाणक्य द्वारा बतायी गई नीतियों को ही अपनाकर चंद्रगुप्त मौर्य हर कार्य में सफल हुए थे और वह भारत के महान सम्राट बन गए. आज भी चाणक्य नीति में बताई गई बातों को अपनाकर धनवान बन सकते है. चाणक्य ने अपने चाणक्य नीति में बताया है कि व्यक्ति कैसे धनवान बन सकता है. जानिए उनके द्वारा बताई गई कुछ बातें, जो आपको धनवान बनाने में मदद करेगा.

नीति के कई श्लोक में ये भी बताया गया है कि कैसे मनुष्य अपने जीवन को समृद्ध बना सकता है. चाणक्य ने बताया है कि जहां मूर्खों की बजाय ज्ञानियों का सम्मान होता है वहां धन संपत्ति में बढ़ोतरी होती है. क्योंकि जहां ज्ञानियों को पूजा जाता है वहां से विपदा हमेशा दूर रहती है. इसी तरह जहां अन्न को सम्मान दिया जाता है, वहां भी लक्ष्मी माता की हमेशा कृपा बनी रहती है.

उस जगह पर किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती है. वहीं पति पत्नी के संबंधों में कभी कटुता नहीं होती है और न ही कभी पारिवारिक कलह होता है. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जहां धन का संचयन नहीं होता, लोग गलत कार्यों में धन खर्च करते हैं, वहां सुख समृद्ध ज्यादा समय के लिए नहीं रहती. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि यदि सुख और समृद्धि का वास चाहिए तो धन-धान्‍य के संचयन पर ध्यान देना चाहिए और धन अपव्यय करने से बचना चाहिए.

चाणक्य ने कहा है कि जो व्यक्ति जरूरत से ज्यादा भोजन करते हैं, जिन लोगों को अपने खाने पर बिल्कुल भी नियंत्रण नहीं है, जो हर समय सिर्फ खाने के बारे में ही सोचते हैं ऐसे लोगों के पास भी लक्ष्मी अधिक समय तक नहीं रहती है. मनुष्य को भूख से ज्यादा भोजन करना सेहत के लिए भी ठीक नहीं है. इसके बाद उन्होंने बताया है कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बिना कारण सोने वाले व्यक्तियों के पास भी मां लक्ष्मी नहीं ठहरतीं. इन दोनों समय देवी देवताओं की पूजा करनी चाहिए.

चाणक्य का कहना है कि जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, साफ-सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते, उनका मां लक्ष्मी त्याग कर देती हैं. बड़े बुजुर्ग भी हमेशा यही सलाह देते हैं कि घर और अपने आप को साफ सुथरा रखना चाहिए तभी मां लक्ष्मी घर आती हैं. इसी तरह जो लोग अपने दांतों की सफाई नहीं रखते उन्हें भी मां लक्ष्मी छोड़ देती हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से भी दांतों की सफाई जरूरी मानी जाती है.

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