वार्षिक राशिफल : कन्या राशि वालों के लिए कैसा रहेगा वर्ष 2020

( 24 अगस्त से 23 सितंबर ) शुभ रंग : काला शुभ दिन : रविवार अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धि देहि दापय दापय स्वाहा ॥ वर्ष की शुरुआत में राशि स्वामी बुध आपकी राशि से चौथे स्थान में गुरु, केतु, सूर्य, और शनि के साथ विचरण कर रहे हैं. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 31, 2019 6:14 AM
( 24 अगस्त से 23 सितंबर )
शुभ रंग : काला
शुभ दिन : रविवार
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धि देहि दापय दापय स्वाहा ॥
वर्ष की शुरुआत में राशि स्वामी बुध आपकी राशि से चौथे स्थान में गुरु, केतु, सूर्य, और शनि के साथ विचरण कर रहे हैं. सूर्य के साथ बैठने से बुधादित्य योग भी बन रहा है. कर्म के धनी तो आप इस वर्ष रहेंगे ही, आपकी कुंडली 2020 में भाग्य से भी बलवान बना रही है. आपके कर्मक्षेत्र के मालिक बुध हैं और बुध कर्मभाव को सप्तम दृष्टि से देख भी रहे हैं.
बुध का वृहस्पति के साथ होना यह दर्शाता है कि इस वर्ष करियर में सफलता मिल सकती है. भाग्य के स्वामी शुक्र भी आपके भाग्य को मजबूत कर रहे हैं तथा पंचम स्थान का स्वामी शनि केंद्र में विराजमान हैं, जो शिक्षा व संतान के लिए शुभ रहने वाला है. मार्च और अप्रैल में गुरु का मकर राशि में गोचर करने से शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है. आपको पेट की परेशानी से निजात मिल सकती है. जहां एक ओर आपको नौकरी में नये अवसर मिलेंगे, वहीं लोहा, ज्वेलरी और ईंट-पत्थर के कारोबार से जुड़े लोगों को इस साल बड़ा फायदा होगा. साझेदारी में काम या कोई बड़ा निवेश सितंबर के के बाद ही करें.
बैंकिंग तथा काउंसलिंग में करियर बनाने के लिहाज से उत्तम समय है. हालांकि वर्ष मध्य में पारिवारिक समस्याओं से तनाव रह सकता है. एलर्जी तथा गले से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं. 30 जून को गुरु धनु राशि में जायेंगे. घर-परिवार को लेकर जो चीजें अधूरी रह गयी थीं, वह इस समय पूरी होंगी. आप प्रोपर्टी संबंधी कोई डील फाइनल कर सकते हैं.
13 सितबंर को गुरु के मार्गी होते ही जिंदगी की गाड़ी जो पटरी से उतरती हुई नजर आ रही थी, एक बार फिर से पटरी पर आ जायेगी.
उपाय
आप महाराज दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का नियमित पाठ करें तथा साथ ही श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें. व्यवसाय में बाधा उत्पन्न हो रही हो, तो केले के वृक्ष में जल अर्पित करें तथा हल्दी से पूजन करें.

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