शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र बढ़े

मैं सरकारी स्कूलों की स्थिति की ओर सरकार का ध्यान ले जाना चाहता हूं. शिक्षा का अधिकार के मुताबिक 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए. वर्तमान में इस अध्यादेश को रद्दी की टोकरी में रख दिया गया है. ग्रामीण इलाकों के सभी स्कूलों में छात्र-शिक्षकों का अनुपात 100:1 या 125:1 है. कहीं-कहीं तो यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 9, 2018 7:10 AM

मैं सरकारी स्कूलों की स्थिति की ओर सरकार का ध्यान ले जाना चाहता हूं. शिक्षा का अधिकार के मुताबिक 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए. वर्तमान में इस अध्यादेश को रद्दी की टोकरी में रख दिया गया है. ग्रामीण इलाकों के सभी स्कूलों में छात्र-शिक्षकों का अनुपात 100:1 या 125:1 है. कहीं-कहीं तो यह अनुपात 250:1 है. इस तरह गरीब-ग्रामीण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. सरकार इस बात से वाकिफ है.

फिर भी शिक्षकों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रही है. बच्चे एमडीएम के लिए विद्यालय आते तो हैं, परंतु बिना पढ़ाई के वापस चले जाते हैं. स्कूल में उन्हें पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं. बड़ी विकट स्थिति है. सरकार या तो शिक्षकों की बहाली जल्दी करे या फिर रिटायर हो रहे प्रत्येक शिक्षक की रिटायरमेंट उम्र 65 करे.

कमल किशोर, गिरिडीह

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