सोच में आजादी

हर साल हमारा देश और देशवासी आजादी का जश्न मनाते हैं. आजादी का मतलब क्या है? हर तरह की स्वतंत्रता. सबको एक समान अधिकार मिलना. हमारा देश तो आजाद हो गया है, पर लोगों की सोच नहीं. आज भी हम जाति-धर्म के नाम पर लड़ते-झगड़ते हैं. भगवान ने जाति-धर्म में फर्क नहीं किया, पर इनसान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 29, 2017 8:45 AM
हर साल हमारा देश और देशवासी आजादी का जश्न मनाते हैं. आजादी का मतलब क्या है? हर तरह की स्वतंत्रता. सबको एक समान अधिकार मिलना. हमारा देश तो आजाद हो गया है, पर लोगों की सोच नहीं. आज भी हम जाति-धर्म के नाम पर लड़ते-झगड़ते हैं. भगवान ने जाति-धर्म में फर्क नहीं किया, पर इनसान करते हैं. आज भी कई घरों में लड़कियों को उनकी मर्जी से जीने का हक नहीं है.

उनको खुद के फैसले लेने का अधिकार नहीं है. देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है पर लोगों के सोच में गंदगी भरी हुई है. जरूरत है इस गंदगी को बाहर निकलने की, तभी हमारा देश पूर्ण रूप से स्वच्छ और आजाद हो पायेगा.

पूजा शर्मा, इमेल से

Next Article

Exit mobile version