Chenab Rail Bridge: चिनाब नदी पर बना दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज, जानें क्यों है खास

यह ब्रिज चिनाब नदी पर बना है. चिनाब रेल ब्रिज कश्मीर घाटी से भारत को जोड़ेगा. इस ब्रिज को भारतीय रेलवे द्वारा तैयार किया गया है. अब रेल के माध्यम से जम्मू कश्मीर पहुंचना देशवासियों के लिए और भी आसान हो गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2022 8:04 PM

जम्मू कश्मीर में बने दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज का काम शनिवार को पूरा हो गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल पर डेक क्लोजर समारोह का वीडियों पोस्ट करते हुए गोल्डन ज्वाइंट का काम पूरा होने की जानकारी दी.


जानें ब्रिज की खासियत

17 स्तंभों वाली चिनाब रेल ब्रिज इंजीनियरिंग के लिए बड़ी उपलब्धी माना जा रहा है. इसकी लंबाई 1315 मीटर है और 359 मीटर की ऊंचाई पर बना है. इस ब्रिज को 100 किमी की गति से ट्रोनों को चलाने के लिए बनाया गया है. चिनाब ब्रिज का जीवनकाल 120 वर्ष है. जानाकरी के अनुसार तीव्रता वाले भूंकप भी इस ब्रिज को नुकसान नहीं पहुंचा सकती. इसके साथ ही ब्रिज पर टीएनटी के धमाकें भी झेलने की क्षमता है. इस ब्रिज को भारतीय रेलवे द्वारा तैयार किया गया है. अब रेल के माध्यम से जम्मू कश्मीर पहुंचना देशवासियों के लिए और भी आसान हो गया है.

चिनाब सुरक्षा के लिए काफी अहम

चिनाब रेल ब्रिज देश की सुरक्षा को लेकर काफी अहम माना जा रहा है. ब्रिज से कुछ ही दूरी पर ही भारत दो देशों के साथ अपनी सीमा साझा करता है. चिनाब ब्रिज के पूरा हो जाने से ट्रेन के जरिए सेना आसनी से आ-जा सकेगी. बता दें कि चिनाब रेल ब्रिज जम्मू के कटरा और कश्मीर के लंबे दुर्गम रास्ते को जोड़ने का काम करेगी. यह ब्रिज ऊधमपुर, श्रीनगर बारामूला रेल लिंक लाइन का हिस्सा है. इसे बनाने में अब तक 28 हजार करोड़ रुपये खर्ज की जा चुकी है.

Also Read: बेमौसम हिमपात से शीतलहर, जम्मू-कश्मीर की चिनाब घाटी के खानाबदोशों को नुकसान का डर
रेल मंत्री ने किया ट्वीट

रेल मंत्री अश्निनी वैष्णव ने अपने ट्वीटर हैंडल पर चिनाब रेल ब्रिज के डेक क्लोजर समारोह का वीडियों पोस्ट करते हुए गोल्डन ज्वाइंट का काम पूरा होने की जानकारी दी. इससे पहेल रेल मंत्री ने ब्रिज की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा था कि बादलों के ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क चिनाब ब्रिज. बता दें कि चिनाब रेलवे ब्रिज की तस्वीर देखने पर किसी पेंटिंग से कम नहीं लगती. वहीं कयास लगाया जा रहा है कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में चिनाब ब्रिज का जिक्र कर सकते हैं.