सुब्रमण्यम स्वामी की PM मोदी से मांग, कोरोना से लड़ाई की जिम्मेदारी नितिन गडकरी को सौंपे, पीएमओ पर भरोसा करना बेकार

Subramanian Swamy, Nitin Gadkari, PMO : नयी दिल्ली : देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निबटने के प्रयासों के बीच भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री से कोरोना महामारी से लड़ने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपने की बात कही है. साथ ही उन्होंने देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी जतायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2021 4:51 PM

नयी दिल्ली : देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निबटने के प्रयासों के बीच भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री से कोरोना महामारी से लड़ने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपने की बात कही है. साथ ही उन्होंने देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी जतायी है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि ”भारत कोरोनो वायरस महामारी से भी बच जायेगा, जैसे इस्लामिक आक्रमणकारियों और ब्रिटिश साम्राज्यवादियों का मुकाबला किया.” साथ ही कहा कि ”हम एक और लहर का सामना कर सकते हैं, जो बच्चों को लक्षित करती है, जब तक कि अब सख्त सावधानी नहीं बरती जाती. इसलिए मोदी को गडकरी को इस युद्ध का संचालन सौंपना चाहिए. पीएमओ पर भरोसा करना बेकार है.”

भाजपा नेता के ट्वीट से सोशल मीडिया पर नयी बहस छिड़ गयी है. सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट पर एक यूजर ने सवाल उठाया कि नितिन गडकरी ही क्यों? इस पर उन्होंने जवाब भी दिया. कहा कि कोरोना से निबटने में इंफ्रास्ट्रक्चर फ्रेमवर्क की जरूरत है, इसमें गडकरी ने स्वयं को साबित किया है. वहीं, पीएमओ को निशाने पर लेने पर सवाल उठाये तो उन्होने कहा कि पीएमओ एक विभाग है, ना कि स्वयं प्रधानमंत्री.

मालूम हो कि दो दिन पहले ही सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार को घेरते हुए कहा था कि सरकार को यह नहीं बताना चाहिए कि उसके पास कितना ऑक्सीजन उपलब्ध है. बल्कि, यह बताना चाहिए की हम कितनी ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं. कहां-कहां आपूर्ति कर रहे हैं. मसलन, किस अस्पताल में कितना ऑक्सीजन भेजा गया.

गौरतलब हो कि देश में कोरोना के दैनिक नये संक्रमित लोगों की संख्या मंगलवार को दो करोड़ से ज्यादा आयी थी. देश में चिकित्सा उपकरणों के साथ-साथ मानव बल को भी बढ़ाया गया है. पिछले दस दिनों में अमेरिका, यूरोप, सिंगापुर, जर्मनी जैसे कई देशों से ऑक्सीजन और चिकित्सा उपकरण लाये गये हैं.

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