राजनीति छोड़ने का मेरा फैसला कोई ड्रामा नहीं था, तृणमूल में शामिल होने के बाद बो‍ले बाबुल सुप्रियो

Babul Supriyo Joins TMC: जुलाई में राजनीति से संन्यास लेने का एलान करने वाले बाबुल सुप्रियो ने कहा कि सब कुछ बहुत जल्दी में हुआ. महज 4 दिन में सब हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 18, 2021 4:06 PM

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल (Babul Supriyo Joins BJP) होने के बाद बॉलीवुड सिंगर से राजनेता बने बाबुल सुप्रियो ने कहा कि बंगाल की सत्ताधारी पार्टी TMC से जुड़ने के फैसले पर उन्हें गर्व है. उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बाबुल सुप्रियो के प्रचार की जरूरत नहीं है. फिर भी अगर ममता दीदी भवानीपुर उपचुनाव में प्रचार करने के लिए कहेंगी, यह उनके लिए गौरव का क्षण होगा.

जुलाई में राजनीति से संन्यास लेने का एलान करने वाले बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo Latest News) ने कहा कि सब कुछ बहुत जल्दी में हुआ. महज 4 दिन में सब हो गया. उन्होंने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन के साथ उनकी बातचीत शुरू हुई. एक स्कूल में बेटी के एडमिशन के लिए बाबुल ने डेरेक से बात की. इसके बाद घटनाक्रम कुछ ऐसा हुआ कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये.

बाबुल सुप्रियो ने इसे अपने लिए एक बड़ा अवसर करार दिया. उन्होंने कहा कि वह जो भी फैसला लेते हैं, दिल से लेते हैं. जरूरी नहीं कि दिल से लिया गया हर फैसला गलत हो. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार और दोस्त सभी मुझसे सहमत हैं. ये एक इमोशनल डिसीजन है. लेकिन, गलत डिसीजन नहीं है. उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ने के अपने फैसले को बदलने पर उन्हें गर्व है.

Also Read: Babul Supriyo Joins TMC: बंगाल बीजेपी के फायर ब्रांड नेता बाबुल सुप्रियो गुपचुप तरीके से टीएमसी में शामिल

पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सुप्रियो ने कहा कि ममता दीदी और अभिषेक तृणमूल कांग्रेस में जो भी जिम्मेवारी मुझे देंगे, मैं उसको पूरा करूंगा. मैं अपनी नयी जिम्मेदारियों को लेकर काफी उत्साहित हूं. मैं एक वर्कोहोलिक व्यक्ति हूं. लोगों के भले के लिए काम करना मुझे पसंद है. तृणमूल में आकर मैं बंगाल की उन्नति के लिए काम करूंगा.


राजनीति छोड़ने का फैसला ड्रामा नहीं था- बाबुल

बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा कि राजनीति छोड़ने का उनका फैसला कोई ड्रामा नहीं था. उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के बाद मैंने अपनी केंद्रीय सुरक्षा वापस कर दी थी. मैंने अपना बंगला छोड़ दिया था. मेरे फैसले को आप चाहे जैसे इंटरप्रेट करें, मैं कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन, मैं ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के दिशा-निर्देश में बंगाल की उन्नति के लिए काम करूंगा.

Also Read: बाबुल सुप्रियो ने क्यों लिया राजनीति से संन्यास? FB पर बांग्ला पोस्ट का हूबहू हिंदी अनुवाद यहां पढ़ें

उन्होंने कहा कि जब मैंने तृणमूल ज्वाइन किया, तो मेरे किसी करीबी ने यह नहीं कहा कि यह गलत फैसला है. उन्होंने कहा कि आप भी यह स्वीकार करेंगे कि मैंने अब तक जो कुछ किया है, कुछ खराब नहीं किया. मैंने किसी को यह एहसास नहीं होने दिया कि मैं एक गैर-राजनीति व्यक्ति हूं. मैंने इसके लिए काफी मेहनत की. संसदीय पाठ पढ़ा. अपनी जिम्मेदारियों के बारे में जाना और उसके अनुरूप काम किया.

बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा कि आसनसोल से ही चुनाव लड़ेंगे, ऐसी कोई उनकी जिद नहीं है. सोमवार (20 सितंबर) को वह तृणमूल सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहाकि मेरा जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने स्वागत किया है, इसकी मैंने उम्मीद नहीं की थी. मैं बंगाल के लिए काम करना चाहता हूं. ममता दीदी और अभिषेक ने जो कुछ भी मुझसे कहा है, मैं उस पर आगे बढ़ूंगा.

बीजेपी बहुत से कटाक्ष करेगी – बाबुल

बीजेपी या अन्य दलों की तरफ से बहुत से कटाक्ष होंगे. मेरे खिलाफ बहुत कुछ ट्रेंड कराया जायेगा, लेकिन मेरे दिमाग में यही ट्रेंड कर रहा है कि जो अवसर मुझे मिला है, वह बहुत बड़ा मौका है. मेरे परिवार के लोगों के साथ-साथ मेरे दोस्त भी मुझसे सहमत हैं. जब मुझे अवसर मिला, तो मैंने इसे हाथोंहाथ लिया.

Posted By: Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version