पीएम मोदी के निर्देश पर बद्रीनाथ के विकास का मास्टर प्लान तैयार, श्रद्धालुओं को मिलेगी ये सुविधाएं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर बदरीनाथ धाम के विकास का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है. प्रोजेक्ट पर लगभग 500 करोड़ खर्च होंगे.

By संवाद न्यूज | October 27, 2020 12:56 PM

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर बदरीनाथ धाम के विकास का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है. प्रोजेक्ट पर लगभग 500 करोड़ खर्च होंगे. मोदी ने केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को विकसित करने का ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा था. तीन चरणों में बदरीनाथ में सुविधाओं के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा.

पर्यटन सचिव ने मास्टर प्लान पर चर्चा की

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बदरीनाथ पहुंच कर अधिकारियों के साथ मास्टर प्लान पर चर्चा की है. उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान तैयार किया गया है. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री के सामने मास्टर प्लान का प्रजेंटेशन होने के बाद उन्होंने इस धाम को आध्यात्मिक धाम के रूप में विकसित करने पर जोर दिया है.

बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के लिए बढ़ेगी सुविधा

मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को बेहतर कर अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाना है. प्रस्तावित मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ धाम में पहले चरण में शेष नेत्र और बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर व उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. अंतिम चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले आस्था पथ का निर्माण कार्य प्रस्तावित है.

बदरीनाथ धाम में तालाबों के सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फैसिलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से प्रस्तावित किए गए हैं.

चमोली में जड़ी-बूटी शोध एवं विकास संस्थान में एपिडा भारत सरकार के सहयोग से संचालित शोध प्रयोगशाला, हर्बेरियम और संस्थान का भी विकास किया जाएगा. इसमें लगभग 50 औषधीय और सगंध पादप प्रजातियां विकसित-संरक्षित की गई हैं.

पर्यटन सचिव ने इन कार्यों की समीक्षा की

बड़ी इलायची की पौधशाला का निरीक्षण करते हुए पर्यटन सचिव ने निर्देश दिया है कि अधिक से अधिक कृषकों को औषधीय तथा सगंध पादपों के कृषिकरण से जोड़ा जाए, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके. उन्होंने आयुष मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से संचालित राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की.

आईजी गढ़वाल रेंज पिछले दिनों बदरीनाथ और केदारनाथ गए थे. उन्होंने वहां मास्टर प्लान में पुलिस के लिए भी स्थान की मांग की है. आईजी ने कहा कि पुलिस को भी मास्टर प्लान के तहत स्थान मिलना चाहिए.

Posted By- Suraj Thakur

Next Article

Exit mobile version