India China Border Tension: सीमा पर जारी तनाव के बीच चीनी रक्षा मंत्री से मिल सकते हैं राजनाथ सिंह, चीन ने भारत से की थी ये अपील

India China Border Tension:र्वी लद्दाख सीमा पर जारी तनाव के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की मंत्रीस्तरीय बैठक के इतर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार शाम अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से बातचीत कर सकते हैं

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2020 3:25 PM

India China Border Tension: पूर्वी लद्दाख सीमा पर जारी तनाव के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की मंत्रीस्तरीय बैठक के इतर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार शाम अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से बातचीत कर सकते हैं. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी. मई की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली उच्चस्तरीय बैठक होगी. हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विवाद को लेकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी से टेलीफोन पर बातचीत की थी.

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को पहुंचे हैं. जहां पर गुरुवार को उन्होंने रूसी रक्षा मंत्री से मुलाकात की थी. इसी दौरान गुरुवार को चीन की ओर से अपील की गई थी कि चीनी रक्षा मंत्री वे फेंग भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करना चाहते हैं. गौरतलब है कि राजनाथ सिंह और वेई एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिये शुक्रवार को मास्को में हैं.

Also Read: India China Border Updates : क्या भारत-चीन के बीच होगा युद्ध ? एलएसी पर हजारों सैनिक, टैंक आमने-सामने…

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजनाथ सिंह के साथ बैठक के लिये चीनी रक्षा मंत्री की तरफ से अनुरोध किया गया है. पूर्वी लद्दाख में कई जगह भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध जारी है. तनाव तब और बढ़ गया था जब पांच दिन पहले पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे का असफल प्रयास किया वह भी तब जब दोनों पक्ष कूटनीतिक और सैन्य बातचीच के जरिये विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं.

बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीन से जारी तनाव के बीच भारत पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ऊंचाई वाले इलाकों पर मुस्तैद है और ड्रैगन की किसी कार्रवाई को नाकाम करने के लिये ‘फिंगर-2′ और ‘फिंगर-3′ में अपनी मौजूदगी और मजबूत की है. चीन ने भारत के कदम का कड़ा विरोध किया है. चीन की इस हिमाकत के बाद भारत ने संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त जवानों और हथियारों को तैनात किया है। सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी फिलहाल दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं.

Posted by : Rajat Kumar

Next Article

Exit mobile version