दिल्ली हिंसा : आरोपी ताहिर की मुश्किलें बढ़ी, ईडी करेगी पीएफआई से जुड़े लिंक की जांच

delhi violence के आरोपी ताहिर हुसैन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. हुसैन पर अब ED ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली दंगों के सिलसिले में निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन, इस्लामी समूह पीएफआई तथा कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग और दंगों के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया है.

By AvinishKumar Mishra | March 11, 2020 2:49 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. हुसैन पर अब ईडी ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली दंगों के सिलसिले में निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन, इस्लामी समूह पीएफआई तथा कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग और दंगों के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया है.

अधिकारियों ने बताया कि हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामला मनी लॉड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया है. दरअसल हुसैन पर पिछले महीने उत्तरपूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान खुफिया ब्यूरो के कर्मचारी की हत्या का भी आरोप है। हुसैन वर्तमान में दिल्ली पुलिस की हिरासत में है.

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने हुसैन, पीएफआई तथा अन्य के खिलाफ कथित धन शोधन तथा अवैध धन मुहैया करवाने के मामले की जांच के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई कुछ प्राथमिकियों का संज्ञान लिया.

कोर्ट परिसर में हुई थी गिरफ्तारी– पिछले हफ्ते कोर्ट में सरेंडर करने आये ताहिर की गिरफ्तारी हुई थी. ताहिर को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था.

अबतक 53 मौत– उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस ने 654 एफआईआर दर्ज की थी, जबकि 1820 लोगों को पकड़ा गया था. वहीं, इस हिंसामें 53 लोगों की मौत हो गयी थी.

संसद में बहस– दिल्ली हिंसा मामले पर दोनों सदनों में बहस होनी है. बुधवार को लोकसभा में इसपर चर्चा होनी थई, लेकिन हंगामे के कारण यह टल गया. वहीं राज्यसभा में इसपर बहस के मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिसके कारण राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा.

सीएए समर्थक और विरोधियों के बीच भड़की थी हिंसा- 24 और 25 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए समर्थकों और विरोधियो के बीच हिंसा भड़क गयी, जिसके बाद बड़े पैमाने पर दंगा हुआ और इससे तकरीबन 3 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे.

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