कोरोना संकट पर ब्रेक! एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दी खुशखबरी, बोले- तीसरी लहर की संभावना नहीं

दुनिया में कोरोना के मामले जहां एक बार फिर बढ़ने लगे हैं वहीं, दूसरी तरफ भारत के लिए राहत की खबर हैं. दरअसल भारत में कोरोना के लगातार घटते मामलों को देखते हुए एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने संभावना जताई है कि शायद भारत की तीसरी लहर कभी न आए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2021 11:04 AM

भारत में कोरोना संक्रमण पर बड़ी राहत की खबर सामने आ रही है. लगातार घटते मामलों और वैक्सीनेशन अभियान की तेजी का असर देखने को मिल रहा है. देश में लगातार 10 हजार से कम मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने देश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए एक खुशखबरी दी है. उन्होंने कहा कि शायद कोरोना की लहर नहीं आएगी.

वहीं, देश में कोरोना के मामलों की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 9 हजार 283 मामले सामने आए हैं. तो वहीं, 10 हजार 949 लोग रिकवर हुए हैं. देश भर में एक्टिव मामलों की संख्या घट कर 1 लाख 11 हजारर 481 रह गया है. जो बीते 537 दिनों यानी डेढ़ सालों में सबसे कम है.

इधर, ICMR के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव की किताब के लॉन्चिंग के मौके पर डॉ गुलेरिया कहा कि इस बात की आशंका बहुत कम है कि देश में पहली और दूसरी की तरह तीसरी लहर आएगी. लगातार घटते कोरोना केसेस से ये साफ है कि कोरोना वैक्सीन से लोगों की सुरक्षा हो रही है. उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल कोरोना की बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है.

डॉ गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से वैक्सीन के प्रभाव के चलते संक्रमण की रफ्तार थमी और अस्पतालों पर दबाव कम हुआ है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अगर तीसरी लहर जैसी कोई बात होती भी है तो वो कोरोना की पहली और दूसरी लहर की तरह खतरनाक नहीं होगी. ये महामारी आने वाले वक्त में बस एक बीमारी की तरह रह जाएगी और इतनी घातक भी नहीं होगी.

वहीं, भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को लेकर भी एक अच्छी खबर हैं. दरअसल लैंसेट इन्फेक्शियस डिजीज जर्नल ने अपनी एक स्टडी प्रकाशित की है, इसमें भारत के कोरोना वैक्सीन के रियल एसेसमेंट को बताया गया है कि भारत में लगाई जाने वाली भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की दोनों खुराक कोरोना के लक्षण वाले मरीजों पर 50 फीसदी तक प्रभावकारी है. हालांकि इससे पहले लैसेंट में छपी एक पीयर रिव्यू में कोवैक्सीन को लक्षण वाले मरीजों पर 77.8 फीसदी तक असरदार बताया गया था. साथ ही इसके साइड इफेक्ट भी काफी कम होने की बात आई सामने आई थी.

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