कृषि से जुड़े तीन विधेयक पर मोदी सरकार को नहीं मिलेगा केजरीवाल का साथ

कृषि से संबंधित तीन विधेयकों को आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘‘किसान-विरोधी'' बताते हुए बृहस्पतिवार को केंद्र से इन्हें वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि संसद में आप इन विधेयकों के खिलाफ मतदान करेगी. राज्यसभा में आप के तीन सांसद और लोकसभा में एक सांसद है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2020 11:41 AM

कृषि से संबंधित तीन विधेयकों को आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘‘किसान-विरोधी” बताते हुए बृहस्पतिवार को केंद्र से इन्हें वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि संसद में आप इन विधेयकों के खिलाफ मतदान करेगी. राज्यसभा में आप के तीन सांसद और लोकसभा में एक सांसद है.

केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, खेती और किसानों से संबंधित तीन विधेयक संसद में लाए गए हैं जो किसान विरोधी हैं. देश भर में किसान इनका विरोध कर रहे हैं. केंद्र सरकार को इन तीनों विधेयकों को वापस लेना चाहिए. आम आदमी पार्टी संसद में इनके विरोध में वोट करेगी.

आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक लोकसभा में पारित : उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मानसून सत्र में सोमवार को किसानों से संबंधित किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता विधेयक तथा आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पारित हो गया. ये विधेयक किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य दिलाने, कृषि उपज के बाधा मुक्त व्यापार को सक्षम बनाने के साथ ही किसानों को अपनी पसंद के निवेशकों के साथ जुड़ने का मौका प्रदान करने से संबंधित हैं.

किसानों से संबंधित विधेयक बहुत ही क्रांतिकारी: इधर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में कृषि क्षेत्र से संबंधित पेश किए गए तीन विधेयकों का मजबूती से बचाव करते हुए उन्हें बहुत ही क्रांतिकारी, जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाला और किसानों की तस्वीर बदलने वाला बताया. किसान इन तीनों विधेयकों का विरोध कर रहे हैं.

कांग्रेस पर हमला : नड्डा ने कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि उसके द्वारा इन विधेयकों का विरोध उसके दोहरे चरित्र को उजागर करता है. कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन विधेयकों के माध्यम से जो कर रही है, उसका वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया था. इन तीन विधेयकों पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की चिंताओं को दूर करने के लिए पार्टी लगातार उसके नेताओं से बातचीत कर रही है. शिअद के विरोध के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नड्डा ने संवाददाताओं ने कहा कि हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं. सारी चीजों के बारे में जानकारियां भी दे रहे हैं. बात भी हो रही है और चर्चा भी कर रहे हैं. अभी से नहीं, ये लगातार हो रही है. चर्चा के माध्यम से ही हम आगे बढ़ रहे हैं और आगे बढ़ेंगे ?

Posted By : Amitabh Kumar

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