पीएम मोदी ही सुलझा सकते हैं राममंदिर का मसला, मुसलमान मानते हैं उनकी बात : शिवसेना

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राममंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर देश की राजनीति में लहरा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र में सत्तासीन भाजपा सरकार का साथ निभा रही शिवसेना ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की राममंदिर के मुद्दे पर अपनी योजनाओं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2017 10:47 AM

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राममंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर देश की राजनीति में लहरा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र में सत्तासीन भाजपा सरकार का साथ निभा रही शिवसेना ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की राममंदिर के मुद्दे पर अपनी योजनाओं को आगे बढ़ा सकती है. उसने कहा है कि इस समय देश में जिस प्रकार का माहौल बना है, उसके मुताबिक देश में एकमात्र प्रधानमंत्री मोदी ही ऐसे शख्स हैं, जो मुसलमानों को इस मसले पर मना सकते हैं. उसका यह भी कहना है कि देश के अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री मोदी की बात को मानते हैं.

शिवसेना ने सामना में लिखा कि पिछले 25 वर्षों में देश की राजनीति में काफी बदलाव आया है. आडवाणी अब मार्गदर्शक मंडल के सदस्य हैं, तो देश पर पीएम मोदी का शासन है. शिवसेना ने लिखा कि राम मंदिर अब बनना चाहिए. इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश की जरूरत है.

सामना में प्रकाशित खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत यह दर्शाती है कि लोगों की इच्छा है कि राममंदिर जल्द बनें. आज पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी की बात सुनता है और मुस्लिम भी मोदी की बात मानेंगे. सामना ने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर अपना स्पष्ट फैसला सुना सकता है, लेकिन अगर इस मुद्दे को बाहर सुलझाना है, तो अन्ना हजारे, बाबा रामदेव और लालकृष्ण आडवाणी जैसे लोग इस मुद्दे में मदद कर सकते हैं.

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