याकूब की याचिका खारिज करने वाले जज को जान से मारने की धमकी

नयी दिल्ली : 1993 मुंबई धमाके के आरोपी याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाने वाले जज दीपक मिश्रा को धमकी भरा खत मिला है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जज दीपक मिश्रा को डाक के द्वारा एक बेनाम खत मिला है जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी है. इस संबंध में दिल्ली […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 7, 2015 9:29 AM

नयी दिल्ली : 1993 मुंबई धमाके के आरोपी याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाने वाले जज दीपक मिश्रा को धमकी भरा खत मिला है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जज दीपक मिश्रा को डाक के द्वारा एक बेनाम खत मिला है जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी है. इस संबंध में दिल्ली के तुगलक रोड थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.

इस खत के बाद याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाने वाले तीनों जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. खत के ऊपर किसी का नाम नहीं लिखा है. मेमन की दया याचिका पर शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय बेंच ने अभूतपूर्व ढंग से 29 जुलाई की आधी रात के बाद सुनवाई की थी. जस्टिस दीपक मिश्रा, अमिताभ रॉय और प्रफुल्ल पंत ने देर रात करीब तीन बजे मेमन की नई दया याचिका के गुण-दोषों पर विचार किया और पाया कि उसकी फांसी की सज़ा मुलतवी नहीं की जा सकती है.

याकूब मेमन को 30 जुलाई को नागपुर की सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी जिसके बाद उसका शव मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफना दिया गया था.आपको बता दें कि याकूब मेमन पर साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के लिए वित्तीय सहायता देने का दोष साबित हुआ था. इन बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी.

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