केजरीवाल के 100 दिन के काम को दिल्‍ली वालों ने सराहा पर मोदी पहली पसंद

नयी दिल्‍ली : दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के 100 दिन पूरे हो गये हैं. इस पूरे कार्यकाल में केजरीवाल सरकार के काम का अब आकलन किया जा रहा है. क्‍या दिल्‍ली में दूसरी बार सत्ता पर काबिज केजरीवाल सरकार अपने किये गये वायदों पर पूरी तरह से खरा उतरी है या नहीं. इसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 23, 2015 2:20 AM

नयी दिल्‍ली : दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के 100 दिन पूरे हो गये हैं. इस पूरे कार्यकाल में केजरीवाल सरकार के काम का अब आकलन किया जा रहा है. क्‍या दिल्‍ली में दूसरी बार सत्ता पर काबिज केजरीवाल सरकार अपने किये गये वायदों पर पूरी तरह से खरा उतरी है या नहीं.

इसी सवाल को लेकर एपीबी न्‍यूज और निल्‍सन ने संयुक्‍त रूप से एक सर्वे कराया. सरकार गठन के बाद से ही पार्टी में व्‍याप्‍त अंतरकलह से अपनी लगातार छवि खोती जा रही आम आदमी पार्टी की सरकार पर कराये गये सर्वे रिपोर्ट काफी चौकाने वाले हैं. अपने ही पार्टी के वरिष्‍ठ नेताओं के विरोध का सामना कर रही आम आदमी पार्टी की बहुमत वाली सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को दिल्‍ली वासियों ने काफी सराहा है.

सर्वे रिपोर्ट की मानें तो लगभग 59 प्रतिशत लोगों ने केजरीवाल सरकार के कामकाज को सराहा है. सरकार के कामकाज से लोग काफी संतुष्‍ट हैं. जबकि 41 प्रतिशत लोगों को केजरीवाल सरकार के कामकाज पसंद नहीं आये हैं. अधिकांश लोगों ने कहा कि केजरीवाल ने अपने किये गये वायदों को पूरा किया है. उन्‍होंने मुफ्त बिजली,पानी देने की बात कही थी जिसे पूरा किया. वहीं कुछ लोगों ने फ्री वाईफाई को लेकर केजरीवाल सरकार को कटघरे में खड़ा किया.
* लोकप्रियता के मामले में मोदी ने केजरीवाल को पछाड़ा
भले की 100 दिन के कार्यकाल में अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पछाड़ दिया है. लेकिन लोकप्रियता के मामले में मोदी ने केजरीवाल को पछाड़ते हुए आगे बढ़ गये हैं. सर्वे रिपोर्ट की मानें तो लोगों की नजर में मोदी अब भी हीरो हैं. कराये गये सर्वे में 48 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. वहीं 44 प्रतिशत लोगों ने केजरीवाल को अपनी पहली पसंद बताया.
* बिहार में नहीं चलेगा मोदी जादू
एबीपी न्‍यूज और निल्‍सन द्वारा कराये गये सर्वे की मानें तो बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा गंठबंधन को जोरदार झटका लगने वाला है. बिहार में इस बार मोदी मैजिक मान नहीं आने वाला है. सर्वे के अनुसार लालू,नीतीश और कांग्रेस की तिकड़ी मोदी का काम बिगाड़ सकते हैं. लालू,नीतीश और कांग्रेस की संभावित गंठबंधन को बिहार में 127 सिटें मिलने के आसार हैं वहीं भाजपा गंठबंधन को मात्र 112 सिटों से ही संतोष करना पड़ेगा.

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