नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मौत पर उनके वंशज ने किया यह अहम खुलासा, जानें

दुबई: सुभाष चन्द्र बोस के प्रपौत्र और लेखक का कहना है कि नेताजी की मृत्यु से जुड़ी भ्रामक जानकारियां लोगों को भ्रमित कर रही हैं. एमिरेट्स फेस्टिवल ऑफ लिटरेचर (Emirates Festival for Literature) से इतरएक बातचीत में ‘लेड टू रेस्ट : द कंट्रोवर्सी ओवर सुभाष चन्द्र बोसेज डेथ’ (Laid To Rest : The Controversy Over […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2019 7:00 PM

दुबई: सुभाष चन्द्र बोस के प्रपौत्र और लेखक का कहना है कि नेताजी की मृत्यु से जुड़ी भ्रामक जानकारियां लोगों को भ्रमित कर रही हैं.

एमिरेट्स फेस्टिवल ऑफ लिटरेचर (Emirates Festival for Literature) से इतरएक बातचीत में ‘लेड टू रेस्ट : द कंट्रोवर्सी ओवर सुभाष चन्द्र बोसेज डेथ’ (Laid To Rest : The Controversy Over Subhash Chandra Bose’s Death) के लेखक और पत्रकार आशीष रे (Ashis Ray) का कहना है कि वह नेताजी के साथ क्या हुआ,

इस संबंध में निजी हित साधने वाले लोगों द्वारा फैलायी जा रही भ्रामक जानकारियों से आजिज आ चुके हैं. यह पूछने पर कि उन्होंने यह पुस्तक क्यों लिखी, रे ने कहा कि वह इस भ्रम को दूर करना चाहते थे कि बोस की मौत विमान दुर्घटना में हुई थी.

उन्होंने कहा, यह दुखद लेकिन सच है. कहा जाता है कि 18 अगस्त, 1945 में एक विमान दुर्घटना में बोस की मृत्यु हो गयी थी. हालांकि उनके परिवार के कुछ लोग और उनके समर्थक इसपर विश्वास नहीं करते हैं.

रे का कहना है कि बोस के बड़े भाई शरत बोस की असामयिक मृत्यु के कारण यह गुत्थी कभी नहीं सुलझ सकी. उन्होंने कहा, अगर वह कुछ और दिन जीवित रहते तो मामला सुलझ जाता. वह अंतिम मध्यस्थ थे.

पिछले सात दशकों में भ्रामक जानकारियां फैलायी गई हैं जो लोगों को भ्रमित कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मुझे भारत सरकार के समक्ष उनकी इकलौती संतान प्रोफेसर अनिता बोस (Subhash Chandra Bose Daughter Anita Bose / / Anita Pfaff) की अर्जी का समर्थन करना पड़ा कि उनकी अस्थियां जापान से वापस लायी जाएं. ताकि 73 साल से वहां रखी अस्थियों का अंतिम संस्कार हो सके.

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