नजमा हेपतुल्ला, हुकुमदेव नारायण समेत पांच सांसदों को मिला उत्‍कृष्‍ट सांसद का पुरस्‍कार

नयी दिल्‍ली : राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को संसद के सेंट्रल हॉल में 2013, 2014, 2015, 2016 और 2017 के उत्‍कृष्‍ट सांसदों को सम्‍मानित किया, जिसमें 2013 के लिए उत्‍कृष्‍टसांसद का पुरस्‍कार राजनीतिज्ञ, लेखिका और नरेंद्र मोदी सरकार की अल्पसंख्यक मामलों की पूर्व मंत्री व फिलहाल में मणिपुर की राज्यपाल डॉ नजमा हेपतुल्ला को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 1, 2018 7:19 PM

नयी दिल्‍ली : राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को संसद के सेंट्रल हॉल में 2013, 2014, 2015, 2016 और 2017 के उत्‍कृष्‍ट सांसदों को सम्‍मानित किया, जिसमें 2013 के लिए उत्‍कृष्‍टसांसद का पुरस्‍कार राजनीतिज्ञ, लेखिका और नरेंद्र मोदी सरकार की अल्पसंख्यक मामलों की पूर्व मंत्री व फिलहाल में मणिपुर की राज्यपाल डॉ नजमा हेपतुल्ला को दिया गया.

2014 के लिए हुकुमदेव नारायण यादव को उत्‍कृष्‍ट सांसद के रूप में पुरस्‍कृत किया गया. जबकि 2015 के लिए गुलाम नबी आजाद को, 2016 के लिए दिनेश त्रिवेदी और 2017 के लिए भतृहरि माहताब को उत्‍कृष्‍ट सांसद का पुरस्‍कार दिया गया.सम्‍मान समारोह में उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे.

पांचों उत्‍कृष्‍ट सांसदों काएक संक्षिप्‍त परिचय

1. डॉ नजमा हेपतुल्ला : डॉ हेपतुल्ला एक राजनीतिज्ञ, लेखिका और नरेंद्र मोदी सरकार के अंतर्गत अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री रह चुकी हैं. वह फिलहाल मणिपुर राज्य की राज्यपाल हैं. वे मुंबई कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुकी हैं. डॉ हेपतुल्‍ला 1985 से 1986 तथा 1988 से जुलाई 2007 तक राज्यसभा की उपसभापति रही हैं. 1980 से राज्यसभा की सदस्य हैं.

डॉ हेपतुल्ला का जन्‍म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था. वो मौलाना अबुल कलाम आजाद की नातनी हैं. उन्‍होंने एमएससी करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएचडी किया है. कांग्रेस की सांसद रही डॉ हेपतुल्ला ने श्रीमती सोनिया गांधी से उनके रिश्तों में आयी खटास के बाद 2004 में भाजपा का दामन थामा.

2. हुकुमदेव नारायण यादव – 17 नवंबर 1939 को बिहार के दरभंगा जिला के बिजूली में जन्‍मे हुकुमदेव नारायण यादव काफी लोकप्रिय सांसद माने जाते हैं. वो भाजपा की ओर से बिहार के मधुबनी से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. सबसे पहले हुकुमदेव नारायण यादव 1977 में लोकसभा के लिए चुने गये.

3. गुलाम नबी आजाद – 7 मार्च 1949 को जन्‍मे गुलाम नबी आजाद वर्तमान में राज्यसभा के विपक्ष के नेता हैं. वे वाशिम, महाराष्ट्र से सातवीं और आठवीं लोक सभा के सदस्य रहे हैं. उन्‍हें यूपीए सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में मंत्री बनाया गया था, वहीं मनमोहन सिंह सरकार में संसदीय मामलों के मंत्री भी रहे हैं. इसके अलावा, आजाद जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री भी रह चुके हैं.

4. दिनेश त्रिवेदी – दिनेश त्रिवेदी तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं, जो पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद हैं. त्रिवेदी भारत के रेल मंत्री रह चुके हैं. उन्‍होंने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कालेज से वाणिज्य में स्नातक किया.

दिनेश त्रिवेदी का जन्‍म गुजराती परिवार में 4 जून 1950 को दिल्‍ली में हुआ. उन्‍होंने राजनीति में कदम साल 1980 में कांग्रेस पार्टी के जरिये रखा, लेकिन 1990 में वे जनता दल में चले गए और जब साल 1998 में ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनायी, तो दिनेश त्रिवेदी उनके साथ हो लिये और पार्टी के महासचिव बनायेगये. 2001-2006 के बीच ममता दिनेश त्रिवेदी ने बनर्जी का जबर्दस्त विश्वास हासिल किया. 2001 में ममता ने उन्हें राज्य सभा में भेजा. जब रेलमंत्री के पद से ममता बनर्जी ने इस्‍तीफा दिया था, तब उन्‍होंने दिनेश त्रिवेदी को अपनी जगह पर रेल मंत्री बनाया.दिनेश त्रिवेदी को खेल से लगाव रहा है. वो एक अच्‍छे क्रिकेटर रहे हैं. साथ ही अच्‍छे सितारवादक भी रहे हैं. उन्‍होंने पॉयलट की ट्रेनिंग भी ली है.

5. भतृहरि महताब – भतृहरि महताब का जन्म 8 सितंबर 1957को हुआ. वो बीजू जनता दल (बीजेडी) के सदस्य हैं. वह ओडिशा के कटक क्षेत्र से 1 99 8 में पहली बार 12 वीं लोकसभा के लिए चुने गये. 1999, 2004, 2009 और 2014 में उसी निर्वाचन क्षेत्र से उन्हें लोकसभा में फिर से निर्वाचित किया गया था.

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