वेजिटेबल जूस रखता है मुझे फिट : काजल अग्रवाल

कॉलेज के दिनों से ही मैं अपनी फिटनेस के लेकर सजग हो गयी थी. यही वजह थी कि मैंने शुरुआत में ही एरोबिक्स शुरू कर दिया था. इसी बीच योग से जुड़ी और योग मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया. मैं हफ्ते में तीन दिन योग करती हूं. मैं आउटडोर कहीं भी जाती हूं, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 16, 2016 8:32 AM
कॉलेज के दिनों से ही मैं अपनी फिटनेस के लेकर सजग हो गयी थी. यही वजह थी कि मैंने शुरुआत में ही एरोबिक्स शुरू कर दिया था. इसी बीच योग से जुड़ी और योग मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया. मैं हफ्ते में तीन दिन योग करती हूं. मैं आउटडोर कहीं भी जाती हूं, तो अपना योग मैट अपने साथ ही रखती हूं.
रोजाना सूर्यनमस्कार करती हूं. योग के अलावा तीन दिनों का वेट ट्रेनिंग प्रोगाम मेरी फिटनेस से जुड़ा है. जिम में मैं दिन में डेढ घंटे एक्सरसाइज करती हूं. ट्रेडमिल पर कम-से-कम एक-आध घंटा जरूर भागती हूं. इसके अलावा मैं अपनी फिटनेस में कुछ-न-कुछ नया जोड़ती रहती हूं. वाइब्रो ट्रेनिंग इसी का हिस्सा है. कुछ नया फिटनेस से जुड़ जाने से हम एक्सरसाइज को इंज्वॉय करने लगते हैं. एक्सरसाइज को इंज्वॉय करना बहुत जरूरी है.
अब हो गयी हूं वेजिटेरियन
मैं पहले नॉनवेज खा लेती थी, पर अब वेजिटेरियन हो गयी हूं, जो मेरी बॉडी टाइप के लिए जरूरी है. अपने डायट को लेकर बहुत ज्यादा फिक्रमंद रहती हूं. मैंने नोटिस किया है कि वेजिटेरियन होने के बाद से मेरा वजन आसानी से कम हुआ हूं. मेरे दिन की शुरुआत स्मूदी से होती है, जो तुलसी की प्रजाति के बीज, अक्काई बेरी, नारियल पानी, स्ट्रॉबेरी और वनीला प्रोटीन का बना होता है. मैं ज्यादा से ज्यादा नेचुरल चीजों को अपने खान-पान में शामिल करती हूं. नाश्ते की बात करूं तो इडली-उपमा के अलावा मैं कभी-कभी ओट्स लेना पसंद करती हूं.
नाश्ते में अंकुरित दालें भी होती हैं. लंच में दाल, रोटी और सब्जी के साथ खूब सारा सलाद होता है. खाने में चावल, गेहूं और मैदा नहीं लेती, इसलिए मेरी रोटी राजगिर और कट्टू के आटे से बनी होती है. दूध से बनी चीजें भी बिल्कुल नहीं लेती हूं. मैं जूस बहुत पीती हूं, लेकिन फलों के बजाय सब्जियों के. लौकी, खीरा, पुदीने के पत्ते से बना जूस थोड़े-थोड़े अंतराल पर पीती हूं. यही मुझे फिट रखता है. मैं मीठे की बहुत शौकीन हूं, डार्क चॉकलेट के अलावा मैं गुड़वाली चिक्की, खजूर आदि खाती हूं.
इनमें कैलोरी कम होती है. मैं आम की शौकीन हूं. गरमी में आम का पूरा लुत्फ उठाती हूं. अगर कभी लगता है कि अधिक कैलोरी ले ली है, तो इसे बर्न करने के लिए अगले दिन ट्रेडमिल पर थोड़ा ज्यादा दौड़ लेती हूं. मुझे भी और लोगों की तरह पिज्जा और जंक फूड़ पसंद हैं, लेकिन मैं सिर्फ महीने में दो दिन ही खाती हूं. इसके बाद बिल्कुल भी नहीं. जहां तक हो सके, खुद पर कंट्रोल करती हूं. फिटनेस के लिए आपका संतुलित खान-पान बहुत मायने रखता है. इसीलिए ज्यादातर घर का बना खाना पसंद करती हूं.
बातचीत : उर्मिला कोरी, मुंबई
आइडियल फिगर : इंडस्ट्री में मुझे दीपिका पादुकोण की बॉडी परफेक्ट लगती है. इसीलिए उनका एनर्जी लेवल भी जबरदस्त है.

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