जानें दादी-नानी के घरेलू नुस्खों के बारे में
पथरी की समस्या हो, तो एक गिलास पानी में 3-4 बड़ी इलायची के एक चम्मच दाने, 1 चम्मच मिश्री और थोड़े से खरबूजे के बीज की गिरी भिगो दें और रोज सुबह इस पानी को पीएं और इन सभी चीजों को भी खा लें. पथरी निकालने के लिए पपीते की जड़ भी काफी मदद करती […]
पथरी की समस्या हो, तो एक गिलास पानी में 3-4 बड़ी इलायची के एक चम्मच दाने, 1 चम्मच मिश्री और थोड़े से खरबूजे के बीज की गिरी भिगो दें और रोज सुबह इस पानी को पीएं और इन सभी चीजों को भी खा लें.
पथरी निकालने के लिए पपीते की जड़ भी काफी मदद करती है. इसके लिए 7-8 ग्राम पपीते की जड़ को एक गिलास पानी में अच्छी तरह से घोल लें और फिर छान लें. अब रोजाना इस पानी को पीएं. इससे कुछ ही दिनों में पथरी गल कर निकल जायेगी.
रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में गिलोय बेहद उपयोगी है. यह औषधीय पौधा बेल के रूप में पाया जाता है. इसकी एक फुट लंबी शाखा या तने को पांच तुलसी पत्रों के साथ एक गिलास पानी में 15 से 20 तक उबालें. पानी को छान कर स्वादानुसार काली मिर्च, सेंधा नमक या मिश्री मिलाएं. यह काढ़ा ठंडा करके पीने से आपकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी.