रात को रोशनी में सोने वाली महिलाओं को हो सकता है मोटापा बढ़ने का खतरा

वाशिंगटन : अगर आप रात को सोते समय टेलीविजन चलता हुआ छोड़ देते हैं या फिर लाइट जलाकर सो जाते हैं तो यह आपकी फिटनेस के लिए खतरा हो सकता है. एक अध्ययन में पता चला है कि रात को कृत्रिम रोशनी में सोने वाली महिलाओं में मोटापा बढ़ने का खतरा हो सकता है. यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 11, 2019 1:30 PM

वाशिंगटन : अगर आप रात को सोते समय टेलीविजन चलता हुआ छोड़ देते हैं या फिर लाइट जलाकर सो जाते हैं तो यह आपकी फिटनेस के लिए खतरा हो सकता है. एक अध्ययन में पता चला है कि रात को कृत्रिम रोशनी में सोने वाली महिलाओं में मोटापा बढ़ने का खतरा हो सकता है. यह शोध पत्रिका जेएएमए इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है. इसमें रात को सोते समय कृत्रिम रोशनी और महिलाओं का वजन बढ़ने के बीच संबंध का पता लगाया गया है.

शोध के नतीजों से निष्कर्ष निकला कि सोते समय लाइट बंद करने से महिलाओं के मोटे होने की संभावना कम हो सकती है. अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने सिस्टर स्टडी में 43,722 महिलाओं के प्रश्नावली डेटा का इस्तेमाल किया जिसमें स्तन कैंसर और अन्य बीमारियों के लिए खतरे वाली चीजों का अध्ययन किया गया.

प्रश्नावली में यह पूछा गया कि क्या महिलाएं बिना किसी रोशनी, हल्की-सी रोशनी, कमरे के बाहर से आ रही रोशन या कमरे में टेलीविजन की रोशनी में सोती हैं. इस सूचना का इस्तेमाल कर वैज्ञानिक मोटापे और रात में कृत्रिम रोशनी में सोने वाली महिलाओं के वजन बढ़ने के बीच संबंध का अध्ययन कर पाए.

इसमें पाया गया कि रात में हल्की-सी रोशनी में सोने से वजन नहीं बढ़ता जबकि जो महिला रोशनी या टेलीविजन की रोशनी में सोती हैं उनका पांच किलोग्राम वजन बढ़ने की संभावना 17 फीसदी होती हैं.

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