अनियमित पीरियड महिलाओं के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है, जानें इसमें देरी का मतलब

डॉ मानस चक्रवर्ती स्त्री रोग विशेषज्ञ, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, कोलकाता अनियमित पीरियड महिलाओं के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है. पीरियड लेट होना, जल्दी आना, मिस होना या फिर बंद हो जाना, ये सभी माहवारी अनियमितता के लक्षण हैं. पीरियड न आने या मिस होने की स्थिति में महिलाओं के मन में सबसे पहले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 22, 2019 6:28 AM
डॉ मानस चक्रवर्ती स्त्री रोग विशेषज्ञ, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, कोलकाता
अनियमित पीरियड महिलाओं के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है. पीरियड लेट होना, जल्दी आना, मिस होना या फिर बंद हो जाना, ये सभी माहवारी अनियमितता के लक्षण हैं. पीरियड न आने या मिस होने की स्थिति में महिलाओं के मन में सबसे पहले प्रेग्नेंसी का ख्याल आता है.
जबकि ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं. प्रेग्नेंसी के अलावा पीरियड्स में देरी के सामान्य कारण भी हो सकते है. तनाव, जरूरत से ज्यादा व्यायाम या फिर डायबिटीज की वजह से भी पीरियड अनियमित हो सकता है.
हाॅर्मोनल असंतुलन से भी यह लेट हो सकता है. जीवनशैली में बदलाव या सफर करने से भी पीरियड लेट हो सकता है. प्री-मेनोपॉजल यानी मेनोपॉज की ओर बढ़ रही महिलाओं में पीरियड मिस या डिले होने की समस्या होती है. कई महिलाओं में स्तनपान के समय पीरियड लेट या मिस होने की शिकायत होती है.
ऐसा हाॅर्मोंस के बदलाव के कारण होता है. स्तनपान बंद होने पर पीरियड्स भी नियमित हो जाता है. गर्भनिरोधक गोलियां लेने से भी मासिक चक्र प्रभावित होता है. थायराॅइड भी मासिक चक्र को प्रभावित करता है. कुछ महिलाएं तेजी से अपना वजन कम करने के लिए डाइटिंग करती हैं. इससे भी मासिक धर्म लेट या मिस हो सकता है. वजन कम होना भी पीरियड समस्या के लिए जिम्मेदार है.

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