एडिस मच्छर फैलाते हैं जीका वायरस, ऐसे बचें इस वायरस से

बरसात का मौसम खत्म हो गया है और शरद ऋतु की शुरुआत हो रही है. यह वही समय है, जब डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और जीका वायरस के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं. इन सभी बीमारियों में कॉमन है मच्छरों का प्रकोप. डेंगू फैलाने वाले एडिस मच्छर ही जीका वायरस को फैलाने का काम करते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2018 5:26 AM
बरसात का मौसम खत्म हो गया है और शरद ऋतु की शुरुआत हो रही है. यह वही समय है, जब डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और जीका वायरस के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं. इन सभी बीमारियों में कॉमन है मच्छरों का प्रकोप.
डेंगू फैलाने वाले एडिस मच्छर ही जीका वायरस को फैलाने का काम करते हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के पूर्व प्रेजिडेंट डॉ केके अग्रवाल के अनुसार अगर प्रेग्नेंट महिलाओं में डेंगू के लक्षण वाला फीवर दिखे, जिसमें बुखार के साथ शरीर में काफी दर्द हो, तो उनका जीका का टेस्ट जरूर कराएं.
यह वायरस सबसे ज्यादा प्रेग्नेंट महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों पर अटैक करता है. अब तक जीका वायरस से बचाने के लिए कोई वैक्सीन या दवा नहीं बनी है. इसलिए मच्छरों से बचने के उपाय करें.
इन लक्षणों से पहचानें : जीका से संक्रमित हर 5 में से 1 व्यक्ति में ही इसके लक्षण दिखते हैं. वायरस के शिकार लोगों में जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होना, उल्टी आना, बेचैनी जैसे लक्षण दिखायी देते हैं. इसके शिकार कुछ ही मरीज को एडमिट करने की नौबत आती है. जीका वायरस के मरीज कंप्लीट बेड रेस्ट जरूरी है.
ऐसे बचें वायरस से :
– घर में मच्छर न पनपने दें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
– जो महिलाएं लंबे ट्रैवल से लौटी हों, खासतौर से उन जगहों से जहां वायरस फैला हुआ है, तो अगले 8 सप्ताह तक गर्भधारण करने से बचें.
– घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली जरूर लगवाएं
– अगर डायबिटीज, हाइ बीपी, इम्यूनिटी डिसऑर्डर जैसी दिक्कतें हैं, तो यात्रा से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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