सिगरेट के शौकीनों में बढ़ी दिल की बीमारी

लाख वैधानिक चेतावनियों और जागरूकता के बाद भी सिगरेट नहीं छोड़ने के कारण युवाओं में दिल की बीमारी हो रही है. यह कहना है आईवैपइन के निदेशक निलेश जैन का. वह गांधी मैदान के पास एक होटल में ‘धूम्रपान से बिगड़ती सेहत और क्या है ई-सिगरेट’ विषय पर कार्यशाला में बोल रहे थे. जैन ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 21, 2017 5:50 AM
लाख वैधानिक चेतावनियों और जागरूकता के बाद भी सिगरेट नहीं छोड़ने के कारण युवाओं में दिल की बीमारी हो रही है. यह कहना है आईवैपइन के निदेशक निलेश जैन का. वह गांधी मैदान के पास एक होटल में ‘धूम्रपान से बिगड़ती सेहत और क्या है ई-सिगरेट’ विषय पर कार्यशाला में बोल रहे थे.
जैन ने कहा कि हाल ही में अमेरिका के वाशिंगटन में तंबाकू उत्पादन विनियमन व नीति वार्ता का आयोजन हुआ था जहां कई देश से धूम्रपान पर काम कर रहे वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया था. उन्होंने कहा कि कम हानिकारक विकल्प के तौर पर ई-सिगरेट इन दिनों विदेश व भारत के बड़े शहरों में प्रचलित हो रहा है.

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