व्रत में थकान को दूर रखता है सेंधा नमक

आयुर्वेद में सेंधा नमक (Rock Salt) को में सबसे शुद्ध नमक माना गया है, क्योंकि इसमें मिलावटी रसायन शामिल नहीं होते. यह सीधे पहाड़ों से प्राप्त होता है. जिस सादे नमक को हम रोजाना अपने भोजन में इस्तेमाल करते हैं, वह समुद्री नमक होता है, जो कई तरह के केमिकल प्रोसेस से गुजरने के बाद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 26, 2017 11:14 AM
आयुर्वेद में सेंधा नमक (Rock Salt) को में सबसे शुद्ध नमक माना गया है, क्योंकि इसमें मिलावटी रसायन शामिल नहीं होते. यह सीधे पहाड़ों से प्राप्त होता है. जिस सादे नमक को हम रोजाना अपने भोजन में इस्तेमाल करते हैं, वह समुद्री नमक होता है, जो कई तरह के केमिकल प्रोसेस से गुजरने के बाद हमारे पास आता है. जानिए, सेंधा नमक और भी किस तरह से हमारे स्वास्थ के लिए अधिक फायदेमंद है.
जरूरी खनिजों की उपस्थिति : सेंधा नमक में 98% सोडियम क्लोराइड सहित हमारे शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी खनिज पदार्थ पाये जाते हैं. यह सफेद और लाल दो रंगों में पाया जाता है. काला नमक भी सेंधा नमक का ही एक प्रकार है, जिसमें सोडियम क्लोराइड के अलावा सल्फर भी मौजूद होता है. व्रत के दौरान इसके सेवन से शारीरिक दर्द, थकान, मांसपेशियों के ऐंठन आदि समस्याएं नहीं होती.
पेट की समस्याओं में सहायक : सेंधा नमक पेट के विभिन्न विकारों जैसे-अपच, गैस, बदहजमी, जलन, ऐंठन, कीड़े आदि को दूर करता है. भूख को नियंत्रित करता है और आंतों व पेट की गैस को बाहर निकलने में मदद करता है.
बेवक्त खाने की आदत पर लगाम : सेंधा नमक शरीर में मौजूद एक्सट्रा फैट को कम करने तथा शरीर के मेटाबॉलिज्म प्रोसेस को बेहतर बनाने में मददगार होता है. फलस्वरूप गाहे-बगाहे व्यक्ति के खाने की आदत कंट्रोल में रहती है, जिससे वजन अधिक नहीं बढ़ पाता.

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