Ramadan 2023 Food Tips: रोजा रखते वक्त रखें इन बातों का ख्याल, यहां जानें सबसे कम उम्र की रोजेदार के बारे में

Ramadan 2023 Food Tips: रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है. 24 या 25 अप्रैल को ईद मनाए जाने की संभावना है. हालांकि ईद का मनाया जाना चांद के दिखने पर निर्भर होता है. यहां देखें रमदान के लिए फास्टिंग टिप्स, जिन्हें रोजा रखने वालो को फॉलो करना ही करना चाहिए.

By Shaurya Punj | March 26, 2023 11:53 AM

Ramadan 2023 Food Tips:  रमजान शुरू हो गए हैं, जो 23 अप्रैल तक चलेंगे. इसके बाद 24 या 25 अप्रैल को ईद मनाए जाने की संभावना है. हालांकि ईद का मनाया जाना चांद के दिखने पर निर्भर होता है. इस कठिन रोजे में दिन भर कुछ भी खाने पीने की मनाही होती है, हालांकि इस दौरान लंबे समय से बिना खाए पीए रहने की वजह आपको कुछ असहजता हो सकती है. रमजान का रोजा रखते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी है, नहीं तो तबियत बिगड़ने का खतरा हो सकता है. यहां देखें रमदान के लिए फास्टिंग टिप्स, जिन्हें रोजा रखने वालो को फॉलो करना ही करना चाहिए.

डॉक्टर से लें सलाह

रोजा शुरू करने से पहले, अपने डॉक्टर से अपने हेल्थ को लेकर बात जरूर करें. डॉक्टर यह तय करने में आपकी मदद कर सकते हैं कि आपके लिए रोजा रखना सही है या नहीं. अगर आप रोजा रख सकते हैं तो किस तरह अपनी डाइट का ख्याल रखें.

चाय काफी पीने से बचना चाहिए

रोजा खुलते समय भी खानपान का ध्यान रखना जरूरी होता है. चाय या कॉपफी पीने से बचना चाहिए. नींबू पानी या नारियल पानी बेहतर विकल्प हो सकता है.

रोजा तोड़कर पानी के साथ इन चीजों का करें इस्तेमाल

रोजा तोड़कर पानी के साथ साथ ग्लूकोज, नमक शक्कर का पानी, नारियल पानी, जूस आदि जैसी चीज़ो का अत्यधिक मात्रा में सेवन करें. इससे पेट दर्द, एसिडिटी, सिर दर्द की शिकायत दूर हो सकती है.

ड्राइट प्लान करें तैयार

अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए सभी जरूरी पोषक तत्व और कैलोरी प्राप्त करने के लिए समय से पहले अपना डाइट प्लान तैयार कर लें. अपने खाने में हाई फाइबर खाद्य पदार्थ, प्रोटीन और हेल्दी फेस युक्त फूड्स ही शामिल करें.

जानें सबसे नन्हे रोजेदार के बारे में
Ramadan 2023 food tips: रोजा रखते वक्त रखें इन बातों का ख्याल, यहां जानें सबसे कम उम्र की रोजेदार के बारे में 2

रांची के जामिया नगर स्थित आशियाना अपार्टमेंट की रहने वाली  छोटी बच्ची नन्हीं आयत सिद्दकी ने अपना रोजा रखा है. वहीं मगरिब की अजान के वक्त इनकी रोजा कुशाई की रस्म अदा कराई गई. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली कहते हैं कि रहमतों और बरकतों का यह महीना अच्छे कामों का का सवाब देने वाला होता है. इस वजह से इस महीने को नेकियों का महीना भी कहा जाता है. इस पाक महीने मे कुरान शरीफ नाजिल हुआ था. कुरान शरीफ में रोजे का मतलब होता है तकवा, यानी बुराईयों से बचना और भलाई को अपनाना.

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