हेल्दी रहने के लिए मेहमानों को कहें ‘वेलकम’

क्या आप अपने घर आने वाले मेहमानों से परेशान है? क्या आपके घर हमेशा कोई-न-कोई महमान बन आता रहता है? यदि हां तो यह लेख पढ़िए और खुश हो जाएं क्योंकि अच्छी सेहत के लिए विज्ञान भी कह रहा है…अतिथि देवो भव: हालिया हुए एक शोध के अनुसार, आपके घर आने वाले मेहमान अपने साथ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 5, 2016 3:09 PM

क्या आप अपने घर आने वाले मेहमानों से परेशान है? क्या आपके घर हमेशा कोई-न-कोई महमान बन आता रहता है? यदि हां तो यह लेख पढ़िए और खुश हो जाएं क्योंकि अच्छी सेहत के लिए विज्ञान भी कह रहा है…अतिथि देवो भव:

हालिया हुए एक शोध के अनुसार, आपके घर आने वाले मेहमान अपने साथ ऐसे लाखों बैक्टीरिया लेकर आते हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सक्षम हैं. ऐसे में बिना कीमत सेहत का खजाना देने वाले अतिथि को देवतुल्य तो माना ही जा सकता है.

यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के शोधकर्ताओं ने बताया कि घर आया मेहमान हर घंटे करीब 3.8 करोड़ बैक्टीरिया आपके आसपास मुक्त करता है. यहां तक कि आपकी रसोई में सांस थामकर खड़े रहने में भी मेहमान की त्वचा से कई लाख बैक्टीरिया मुक्त होते हैं.

शोधकर्ता जैक ए. गिलबर्ट ने कहा, हमारे दोस्तों और परिवार वालों से हमें मिलने वाले बैक्टीरिया हमेशा खराब नहीं होते. ये कई मामलों में हमारे लिए फायदेमंद होते हैं. हमारे आसपास बेहद सफाई भरे माहौल के कारण हम अपने पूर्वजों की तुलना में बहुत कमजोर हो चुके हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज कई तरह के पेड़-पौधों और जानवरों से घिरे रहते थे. ऐसे में उनका शरीर नियमित तौर पर कई तरह के बैक्टीरिया के संपर्क में आता था और इनसे लड़ते हुए प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती थी.

वर्तमान में लोग महमानों से जी चुराते हैं और ऐसा न होने के कारण ही एलर्जी, अस्थमा और बुखार जैसी परेशानियों की बहुतायत हो गई है. हमने बुरे वायरस और बैक्टीरिया को दूर रखने की दिशा में तो अछा काम किया है, लेकिन इस साफ-सुथरे माहौल ने हमें कमजोर बना दिया है. ऐसे में घर में मेहमानों के आने-जाने से हमारा शरीर उन चुनौतियों का सामना करता है, जिनकी इसे जरूरत है.

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