55 घंटे काम करने वाले अधिक मरे
लंबे समय तक काम करना हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है. डब्ल्यूएचओ और आईएलओ की मानें तो वर्ष 2016 तक हर सप्ताह जिसने कम से कम 55 घंटे काम किया, वैसे 398000 लोगों की हार्ट स्ट्रोक से मौत हो गयी. जबकी, अन्य हृदय संबंधी बीमारी से 347000 मरीजों की मौत हुई.
तेजी से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
डब्ल्यूएचओ की मानें तो यह आंकड़ा महज 16 वर्ष में और बढ़ गया. 2000 से 2016 के बीच, हृदय रोग से मरने वालों की संख्या 42 प्रतिशत और स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या 19 प्रतिशत अधिक बढ़ गयी.
ज्यादातर मौत इस उम्र वालों की
आपको बता दें कि यह सभी केस 45-74 वर्ष की आयु के बीच वाले लोगों में देखने को मिली. जिसमें ज्यादातर मौत 60-79 वर्ष की उम्र के लोगों की हुई.
क्या है बढ़ती मौत की मुख्य वजह
दरअसल, ज्यादातर मौत कार्य संबंधी बढ़ते बोझ और टेंशन से हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो किसी व्यक्ति को सप्ताह में ज्यादा से ज्यादा 35-40 घंटे ही कार्य करना चाहिए. 55 से अधिक घंटे तक काम करने वालों में हार्ट स्ट्रोक का खतरा 35 प्रतिशत तो हृदय रोग का खतरा 17 प्रतिशत अधिक बढ़ जाता है.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.