कोरोना वायरस से लड़ने में कारगार है ये चाय, जानें मरीजों में कैसे करता है काम

kangra tea fight with coronavirus, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उपयोग में लायी जा रही दवा को जल्द बदलने की योजना है. उम्मीद लगाई जा रही है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा इम्यूनिटी पावर में सुधार के लिए अब एचआईवी में उपयोग हो रही दवा को इस्तेमाल किया जा सकता है.

By SumitKumar Verma | May 24, 2020 1:32 PM

kangra tea fight with coronavirus, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उपयोग में लायी जा रही दवा को जल्द बदलने की योजना है. उम्मीद लगाई जा रही है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा इम्यूनिटी पावर में सुधार के लिए अब एचआईवी में उपयोग हो रही दवा को इस्तेमाल किया जा सकता है.

आपको बता दें कि फिलहाल कोरोना वायरस से लड़ने में मलेरिया में उपयोग होने वाली दवा का इस्तेमाल किया जा रहा था. वहीं, जल्द हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) के स्थान पर अब एचआईवी रोधी दवा के उपयोग की संभावना जतायी जा रही है.

इसके अलावा एक शोध में खुलासा हुआ है कि हिमाचल की एक चाय भी कोरोना के दवा के रूप में उपयोग किया जा सकता है. दरअसल, कांगड़ा चाय हमारे प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी उपयोगी है. कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि कांगड़ा चाय एचआईवी में उपयोग होने वाली दवाओं से भी ज्यादा प्रभावशाली है. यह चाय कोरोना वायरस से लड़ने में काफी कारगार साबित हो सकती है.

हाल ही में एक अंग्रेजी वेबसाइट में छपी रिर्पोट के मुताबिक चीन की नजर भी भारत की चायों पर है. यहां तक की चीन भी अपने देश में उत्पन्न वाली चाय से कोरोना के मरीजों को ठीक कर रहा है.

अतंरराष्ट्रीय चाय दिवस के अवसर पर आयोजित एक सेमिनार में यह खुलासा हुआ है कि कांगड़ा चाय अपने गुणों के कारण कोरोना से लड़ने में सक्षम है. आपको बता दें कि यह आयोजन हिमाचल प्रदेश के पालमपुर स्थिति हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी) में हुई थी.

वहीं के एक विशेषज्ञ ने इसके औषधीय गुणों पर चर्चा करते हुए कहा है कि कांगड़ा चाय में कुछ ऐसे रसायन मौजूद हैं जो एचआईवी की दवा से ज्यादा प्रभावी रूप से कोरोना के रोकथाम में उपयोग में लाया जा सकता है.

उन्होंने बताया है कि परीक्षण के दौरान यह पता चला है कि इसमें करीब 65 सक्रिय रसायन है, जो वायरल प्रोटीन को एचआईवी-रोधी दवाओं की तुलना में अधिक कुशलता से बांध सकते हैं. यह रसायन आसानी से वायरल प्रोटीन्स की गतिविधियों को बढ़ने से रोक सकते हैं. जिसके कारण मरीजों के कोशिकाओं में वायरस को पनपने से रोका जा सकता है.

इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आईएचबीटी द्वारा इस चाय का उपयोग हैंड सैनिटाइजर और हर्बल साबुन बनाने में भी किया जा रहा है. शोधकर्ताओं की मानें तो इससे बनने वाले साबुन फफूंद, जीवाणु व वायरस रोधी होते हैं, जो किटाणुओं का सफाया कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि की कुल मिलाकर कांगड़ा चाय कई गुणों से भरपूर है.

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