The Kashmir Files के इस सीन के दौरान अनुपम खेर से लिपटकर रोए थे विवेक अग्निहोत्री, वीडियो आया सामने

डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की है और लोगों को बड़े पैमाने पर प्रभावित भी किया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 1, 2022 7:53 PM

डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की है और लोगों को बड़े पैमाने पर प्रभावित भी किया है. अब इस फिल्म के मुख्य कलाकारों में से एक अनुपम खेर (Anupam Kher) ने पर्दे के पीछे का एक वीडियो जारी किया है जिसमें विवेक अग्निहोत्री को फिल्म के आखिरी सीन जिसमें पुष्करनाथ के किरदार के की मौत हो जाती है, उस दृश्य को फिल्माने के बाद रोते हुए देखा जा सकता है. वो अनुपम खेर से लिपटकर रोते दिख रहे हैं.

अनुपम खेर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, जब सिनेमा की सच्चाई ज़िंदगी की सच्चाई जैसी बन जाती है तो आंसूओं का सैलाब रुकने का नाम नहीं लेता. द कश्मीर फाइल्स में पुष्करनाथ की #DeathScene के बाद विवेक अग्निहोत्री और दर्शन कुमार और मैं फूट फूट कर रोये थे! ये रहा उस शॉट के बाद का विडिओ! #WhenReelBecomesReal.’ उनके इस वीडियो पर फैंस जमकर कमेंट कर रहे हैं.

बता दें कि, विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है. बॉक्स ऑफिस पर यह तसवीर जबरदस्त हिट रही है. कई राज्यों में यह टैक्स फ्री है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी ने फिल्म की सराहना की है.

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अनुपम खेर ने कांग्रेस की उस टिप्पणी के बारे में बात की जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीरी हिंदुओं को विस्थापित व्यक्तियों के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है. अनुपम खेर ने टाइम्स नाउ को बताया कि, “मैं इसे एक राजनीतिक बहस नहीं बनाना चाहता. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उस समय की सत्तारूढ़ सरकार ने इसे नरसंहार कहने या न करने के बारे में नहीं सोचा था. यह एक नरसंहार है. फिल्म 700 लोगों पर आधारित है विवेक ( अग्निहोत्री, निर्देशक) और पल्लवी (जोशी, अभिनेत्री) ने दुनिया भर में इंटरव्यू किया, खासकर ऐसे लोग जो विदेश गए और वहां बस गये. यह कल्पना नहीं है.” उन्होंने कहा, “लेकिन राजनीतिक दल का दर्शन काम नहीं कर रहा है अन्यथा वे उस स्थिति में नहीं होते जो वे आज हैं. उन्होंने अपने लोगों की देखभाल नहीं की.”

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