महेश बोले, मेरी तीनो ”intelligent” बेटियां मुझसे…

भारतीय सिने जगत को बोल्ड फिल्मों से रूबरू कराने वाले और अपने जमाने के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता महेश भट्ट का कहना है कि उनकी तीनों बेटियां उनसे ज्यादा टैलेंटेड और समझदार हैं. यही कारण है कि वे अपनी बेटियों से कई मामलों में सलाह लेते हैं. महेश भट्ट उन निर्माताओं में शामिल हैं, जिनसे नये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 6, 2014 12:14 PM

भारतीय सिने जगत को बोल्ड फिल्मों से रूबरू कराने वाले और अपने जमाने के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता महेश भट्ट का कहना है कि उनकी तीनों बेटियां उनसे ज्यादा टैलेंटेड और समझदार हैं.

यही कारण है कि वे अपनी बेटियों से कई मामलों में सलाह लेते हैं. महेश भट्ट उन निर्माताओं में शामिल हैं, जिनसे नये निर्माता प्रेरणा लेते हैं.महेश भट्ट का कहना है कि मेरी तीन बेटियां हैं और मैं उनपर गर्व करता है. उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि वे सभी मुझसे कई गुणा समझदार हैं.

महेश भट्ट उन फिल्मकारों में शामिल हैं, जिन्होंने अर्थ, सारांश, नाम, काश और डैडी जैसी अर्थपूर्ण फिल्में बनायीं. महेश भट्ट की पहली शादी किरण भट्ट(असली नाम लॉरियेन ब्राइट) से हुई थीं. महेश भट्ट की इस शादी से जिस बेटी का जन्म हुआ उसका नाम पूजा भट्ट है. महेश भट्ट ने दूसरी शादी सोनी राजदान से की थी. सोनी राजदान ने दो बेटियों को जन्म दिया. जिनका नाम शाहीन और आलिया है.

तीन बेटियों के पिता होने पर गर्व का अनुभव करते हुए महेश भट्ट ने कहा कि मेरी तीनों बेटियां अपने जीवन में सफल हैं और उनकी सफलता में मेरा कोई योगदान नहीं है.

अपनी बेटियों के बारे में बताते हुए भट्ट कहते हैं कि पूजा भट्ट इस बात की उदाहरण है कि कैसे एक पुत्री अपने बल पर सफलता प्राप्त करके तारे की तरह चमकती है. शाहीन एक अद्भुत लड़की और सफल लेखक है.आलिया तो आज की स्टार है और युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है.

अपने जीवन के बारे में बात करते हुए महेश भट्ट ने कहा कि जब उनकी बड़ी बेटी पूजा भट्ट एक व्यक्ति के साथ संबंधों में थी और वह शराब पीकर उसके साथ दुर्व्यवहार करता था, वह हिस्सा उनके जीवन में सबसे अधिक दुखदायी था. महेश भट्ट ने अपने भाई मुकेश भट्ट के साथ मिलकर कई ऐसी फिल्मों का निर्माण किया, जिसमें महिलाओं को काफी बोल्ड तरीके से दिखाया गया है.

इन फिल्मों में शामिल हैं जिस्म, मर्डर और राज . महेश भट्ट का कहना है कि मैं मानता हूं कि मैं महिलाएं किसी की गुलामी करने के लिए जन्म नहीं लेतीं, उन्हें अपने तरीके से जीवन जीने का अधिकार है. वे यह निर्णय कर सकती हैं कि वे कैसे कपड़े पहनेंगी और कैसा जीवन जियेंगी.

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