फिट रहने के लिए जिम जाना जरूरी नहीं, जानें मिलिंद सोमन की फिटनेस का राज

54 साल के मिलिंद सोमन एक्टर से कहीं ज्यादा फिटनेस फ्रीक की पहचान रखते हैं. 50 साल की उम्र में 2015 में पहली बार में ज्यूरिख ट्राइएथॉन को 15 घंटे 9 मिनट में पूरा कर ‘आयरनमैन’ बने. 2017 में फ्लोरिडा में 520 किमी का लक्ष्य तीन दिनों में पूरा कर अल्ट्राएथॉन जीता. अपनी फिटनेस से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 2, 2020 8:32 AM

54 साल के मिलिंद सोमन एक्टर से कहीं ज्यादा फिटनेस फ्रीक की पहचान रखते हैं. 50 साल की उम्र में 2015 में पहली बार में ज्यूरिख ट्राइएथॉन को 15 घंटे 9 मिनट में पूरा कर ‘आयरनमैन’ बने. 2017 में फ्लोरिडा में 520 किमी का लक्ष्य तीन दिनों में पूरा कर अल्ट्राएथॉन जीता. अपनी फिटनेस से वे चढ़ती उम्र को भी मात दे रहे हैं. यही वजह है कि फैंस में अब भी उनके लिए दीवानगी छायी है. मिलिंद सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. पत्नी अंकिता के लिए उनकी प्यार भरी बातें सबको खूब पसंद आती हैं. मिलिंद बता रहे हैं फिटनेस से जुड़ी कुछ खास बातें.

खास बातचीत में मिलिंद सोमन ने कहा कि फिट रहने के लिए मुझे जिम कभी जरूरी नहीं लगा. मुझे लगता है कि जिम सिर्फ बॉडी बिल्डिंग के लिए है या फिर रिहैब के लिए, लेकिन फिटनेस के लिए नहीं. मैं जब 38 साल का था तभी जिम जाना छोड़ दिया था. फिर भी इस उम्र में भी बिल्कुल फिट हूं. मगर ऐसा नहीं कि मैं एक्सरसाइज नहीं करता. फिट रहने के लिए सिंपल एक्सरसाइज करता हूं, जैसे- पुशअप्स, पुल-अप्स. मगर रनिंग मेरे लिए सबसे जरूरी है. मेरे लिए ओवरऑल हेल्थ फिटनेस से ज्यादा महत्वपूर्ण है. हर दिन तो नहीं, मगर हफ्ते में 3-4 बार रनिंग करता हूं. आपके शरीर का हर वक्त एक्टिव रहना जरूरी है.

खुद से लड़ना सीखिए : मिलिंद सोमन ने कहा कि मेरे लिए चॉकलेट और स्मोकिंग छोड़ना सबसे बड़ी चुनौती रही. मेरे फ्रीज में कुछ हो या न हो, पर खूब सारे चॉकलेट जरूर होते थे. मगर फिर लगा कि मुझे यह हर हाल में छोड़ना होगा और मैंने यह किया. दरअसल, किसी भी जीत के लिए आपके अंदर समर्पण का होना जरूरी है. इसके अभाव में आप सिर्फ बहाने ही बनाते हैं, फिर चाहे स्मोकिंग छोड़ना हो या एक्सरसाइज न कर पाना हो. मुझे याद है जब टीवी पर अपना करियर शुरू किया था, उस वक्त सिगरेट की लत लग गयी थी. तब एक दिन में 30 सिगरेट तक फूंक दिया करता था. लेकिन साल 2004 में बड़ी मुश्किल से मैं इससे पीछा छुड़ा पाया. अपनी इस आदत को पूरी तरह से छोड़ने में तीन साल का वक्त लगा. बस आप अपनी एक गलत आदत को चुनिए, जो फिटनेस और आपके बीच खड़ी है, फिर उसे हराकर दिखाइए.

रिफाइंड चीजें और व्हाइट शूगर से रहें दूर

अगर आप सोचते हैं कि फिटनेस के लिए आपको स्ट्रिक्ट डायट फॉलो करने की जरूरत है, तो ऐसा नहीं. बस अपने खाने के पोर्शन पर ध्यान दीजिए. एक बार में ज्यादा खाने के बजाय छोटे-छोटे मील थोड़े-थोड़े अंतराल पर लें.

पौष्टिक आहार की ढेरों वैराइटी लें, जो व्हाइट शूगर फ्री हों. मीठे में गुड़ या शहद से बनी चीजें खाना ज्यादा सही है. रिफाइंड और जंक फूड को बिल्कुल ना कहें.

शाम ढलने से पहले डिनर कर लें. प्रोटीन के लिए शाकाहारी चीजें खाएं. पैकेज्ड, ओवर प्रोसेस्ड और केमिकल वाले फूड से भी बचें.

हफ्ते में 60-70 किमी दौड़ने का रखें लक्ष्य
मिलिंद और अंकिता सिर्फ जीवनसाथी नहीं, बल्कि फिटनेस के भी साथी हैं. दोनों अक्सर एक-दूजे को रनिंग चैलेंज देते हैं और एक साथ दौड़ लगाते हैं. ऐसी तस्वीरें वे अक्सर अपने फैंस से सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं और सभी को दौड़ने व एक्सरसाइज करने के लिए मोटिवेट करते हैं. हाल ही में दोनों ने प्रति दिन 15 किमी दौड़ने का लक्ष्य रखा था. मिलिंद कहते हैं, फिटनेस के लिए एक स्वस्थ इंसान को औसतन सप्ताह में 60-70 किमी दौड़ना चाहिए. मैं हर दिन नहीं दौड़ पाता, मगर एक दिन में हम दोनों 15 किमी दौड़ लेते हैं.

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