UP Election 2022: राजनीति में दो पार्टी के साथ से तीसरा नतीजा ही संभव, किसान आंदोलन का चुनाव पर असर नहीं- शाह

अमित शाह ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी पिछले चुनाव से ज्यादा सीट जीतकर सरकार बनाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीति को फिजिक्स की जगह केमेस्ट्री करार दिया.

By Prabhat Khabar | December 4, 2021 12:22 PM

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलना तय है और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है, यह दावा है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का. एक मीडिया हाऊस के कार्यक्रम में पूछे गए सवालों पर अमित शाह ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी पिछले चुनाव से ज्यादा सीट जीतकर सरकार बनाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीति को फिजिक्स की जगह केमेस्ट्री करार दिया.

कार्यक्रम में किसान आंदोलन और उत्तर प्रदेश चुनाव पर असर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि किसानों के आंदोलन का उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. गठबंधन से बीजेपी को किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला है. इसके बजाय पार्टी ज्यादा मजबूती से उभरेगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है.

ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा और अखिलेश यादव की सपा के गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया. इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि पॉलिटिक्स फिजिक्स नहीं है. यह केमेस्ट्री है. जैसे केमेस्ट्री में दो केमिकल के मिलने से तीसरा केमिकल बनता है. उसी तरह राजनीति में दो पार्टियों के साथ आने पर तीसरा नतीजा निकलता है. अमित शाह के मुताबिक उत्तर प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है. उनका दावा है कि वो खुद यूपी जाकर लौट चुके हैं. उन्हें जनता के मन में क्या है उसका पता है.

अमित शाह ने बताया कि उन्होंने काशी, गोरखपुर, कानपुर, अवध और पश्चिमी यूपी के कई क्षेत्रों की यात्रा की. हर तरफ बीजेपी के लिए खुशखबरी है. अमित शाह के मुताबिक किसान आंदोलन का यूपी चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों की मांगों को देखते हुए तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हैं. इसके बाद किसान आंदोलन का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. हम किसानों की भी सरकार हैं और दूसरों की भी. केंद्र ने किसानों की मांगों पर ही कानून वापस लिया है.

Also Read: बंपर तोहफे वाला दिसंबर: काशी धाम कॉरिडोर, मेट्रो और एम्स का उद्घाटन, गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास

Next Article

Exit mobile version