UP Chunav 2022 : बसपा सुप्रीमो मायावती ने फिर छेड़ा आरक्षण का सुर, बोलीं-आरक्षण को घटाने की हो रही साजिश

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि आज भी देश में आरक्षण का पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है. देश में आरक्षण को घटाने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर करारा प्रहार किया.

By Prabhat Khabar | November 30, 2021 11:50 AM

Lucknow News : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने मंगलवार को एक बार फिर आरक्षण का सुर छेड़ दिया है. उन्होंने कहा कि आज भी देश में आरक्षण का पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है. देश में आरक्षण को घटाने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर करारा प्रहार किया.

दरअसल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडा के तहत मुद्दों की तलाश कर रही हैं. मंगलवार को इसी क्रम में बसपा प्रमुख मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विधानसभा की सुरक्षित सीट को जीतने की रणनीति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है.

इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में आरक्षण को घटाने की साजिश रची जा रही है. दलितों और पिछड़ों को बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की वजह से ही आरक्षण का अधिकार देकर विकास की और समाज की मुख्यधारा से जोड़ा गया था. मगर आज की केंद्र सरकार सहित उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार की ओर से आरक्षण को घटाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस कुचक्र के खिलाफ बसपा की ओर से अभियान चलाया जाएगा.

इस संबंध में बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पार्टी के थिंकटैंक कहे जाने वाले सतीश चंद्र मिश्र ने भी एक ट्वीट करके एक जानकारी दी कि बसपा अध्यक्षा मायावती ने मंगलवार को लखनऊ स्थित बसपा प्रदेश कार्यालय पर यूपी की सभी सुरक्षित सीटों को लेकर ओबीसी, जाट एवं अल्पसंख्यक समाज के पार्टी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. वहीं, प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बसपा साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीट पर अकेले चुनाव लड़ेेेेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि बसपा इस चुनावी दंगल में किसी भी दल से कोई समझौता नहीं करने वाली है.

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