12वीं के बाद कैसे बनें सॉफ्टवेयर इंजीनियर? (How to Become Software Engineer)
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को डिजाइन करने, बनाने, परीक्षण करने और बनाए रखने से संबंधित है. पायथन, जावा या सी++ जैसी भाषाएं सीखना, एल्गोरिदम समझना और प्रोजेक्ट या इंटर्नशिप से अनुभव लेना बहुत जरूरी होता है. 12वीं के बाद आप JEE-Mains जैसी एंट्रेंस परीक्षा दे सकते हैं या किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में सीधे एडमिशन ले सकते हैं. इसके आसान स्टेप्स दिए गए हैं:
कंप्यूटर साइंस या BCA में ग्रेजुएशन करें (Software Engineer in Hindi)
12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आप B.Tech (कंप्यूटर साइंस) या BCA जैसे कोर्स कर सकते हैं. ये कोर्स आपको तकनीकी ज्ञान और प्रैक्टिकल स्किल्स दोनों सिखाते हैं.
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखें (Software Engineer in Hindi)
सॉफ्टवेयर बनाना हो तो कंप्यूटर की भाषा समझना जरूरी है. इसके लिए नीचे कुछ प्रमुख प्रोग्रामिंग भाषाएं हैं जिन्हें आप सीख सकते हैं:
कंप्यूटर और कम्युनिकेशन स्किल बेहतर करें (Software Engineer in Hindi)
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग सिर्फ डिग्री तक सीमित नहीं होती. ये एक लगातार सीखने वाली यात्रा है. आपको समय-समय पर नई टेक्नोलॉजी, टूल्स और ट्रेंड्स के साथ खुद को अपडेट करते रहना होगा. प्रोजेक्ट्स, इंटर्नशिप और ऑनलाइन कोर्स से आपका अनुभव और आत्मविश्वास बढ़ेगा.
यह भी पढ़ें- CID ACP Education Qualification: कितना पढ़े-लिखे हैं ‘कुछ तो गड़बड़ है दया’ बोलने वाले शिवाजी साटम? ऐसा है एजुकेशनल सफर
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री कैसे लें?
अगर आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में और आगे बढ़ना चाहते हैं तो ग्रेजुएशन के बाद मास्टर डिग्री करना एक अच्छा फैसला हो सकता है. इससे आपको बेहतर नौकरियों के मौके मिलते हैं और इसके लिए आप ये कोर्स कर सकते हैं-
साॅफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है? (Software Engineer Salary)
रिपोर्ट्स के अनुसार, साॅफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी (Software Engineer Salary in Hindi) शुरुआत में 5 लाख से 10 लाख रुपये सालाना होती है. हालांकि अनुभव बढ़ने के साथ-साथ सैलरी भी बढ़ती रहती है.
यह भी पढ़ें- Dr Ambedkar Education Qualification: शिक्षा शेरनी का दूध है…जो पिएगा वो दहाड़ेगा बोलने वाले ‘बाबा साहेब’ आंबेडकर के पास थीं इतनी डिग्रियां