पश्चिम बंगाल में +2 पास करने के लिए आवेदन का कल आखिरी दिन

west bengal hs exam news|west bengal hs result 2021|हेडमास्टरों ने बताया कि आवेदन करने व डिक्लरेशन के बाद उनके स्कूल में फेल हुए विद्यार्थियों के अंकों को रेक्टीफाई करके नयी मार्कशीट दी गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2021 12:59 PM

कोलकाता: गत 22 जुलाई को घोषित उच्च माध्यमिक के नतीजों के बाद फेल हुए विद्यार्थियों के उत्पात व विरोध-प्रदर्शनों के सामने राज्य सरकार को नरम रुख अपनाना पड़ा. अब छात्रों को पास किया जा रहा है. मंगलवार व बुधवार को बड़ी संख्या में स्कूलों के प्रमुख को फेल हुए विद्यार्थियों की मार्कशीट व पास सर्टिफिकेट दिये गये. हेडमास्टरों ने बताया कि आवेदन करने व डिक्लरेशन के बाद उनके स्कूल में फेल हुए विद्यार्थियों के अंकों को रेक्टीफाई करके नयी मार्कशीट दी गयी है.

वहीं, बुधवार को उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद की अध्यक्ष महुआ दास ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि उच्च माध्यमिक के लिए रिव्यू के आवेदन 30 जुलाई तक ही स्वीकार किये जायेंगे. इसके बाद कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा. अध्यक्ष ने यह भी कहा कि 11वीं के जो मार्क्स जमा कराये गये थे, उनके आधार पर ही रिव्यू होगा. काउंसिल के पास एचएस के सभी विद्यार्थियों के माध्यमिक व 11वीं के अंक जमा हैं.

उन्होंने कहा कि स्कूलों के आवेदन मिलने पर वेरीफिकेशन करने के बाद ही अंकों में सुधार या संशोधित मार्कशीट दी जायेगी. काउंसिल की ओर से यह भी कहा गया है कि नयी मार्कशीट मिलने के बाद इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. काउंसिल ने जो संशोधित मार्कशीट दे दी, वही फाइनल होगी. अगर इस मार्कशीट से कोई भी छात्र संतुष्ट नहीं है, तो वह कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर लिखित परीक्षा के लिए बैठ सकता है.

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इससे पहले, उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद ने राज्य भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद सोमवार को कहा था कि जिन विद्यार्थियों के अंकों में गड़बड़ी या जिन्हें खराब नतीजों की शिकायत है, उनकी शिकायत लेकर काउंसिल कार्यालय में स्कूल प्रधान को 29 जुलाई तक हाजिर होना होगा. अब काउंसिल में आये हेडमास्टरों व स्कूल के प्रतिनिधियों को संशोधित यानी कि पास सर्टिफिकेट व मार्कशीट दी जा रही है.

संशोधित मार्कशीट लेकर जा रहे हैं स्कूलों के प्रिंसिपल

साॅल्टलेक स्थित काउंसिल के कार्यालय में पहुंचे नारकेलडांगा हाई स्कूल के शिक्षक सपन मंडल ने बताया कि उनके 12 फेल छात्रों की नयी पास मार्कशीट काउंसिल ने दे दी है. इसमें रिव्यू करके अंक दिये गये हैं. इन छात्रों की 11वीं में पांच-छह अंक थे, लेकिन अब संशोधित करके पासिंग मार्क्स देकर उन्हें पास किया गया है. सभी फेल छात्रों की नयी मार्कशीट दे दी गयी है.

काउंसिल पहुंचे स्कूल हेडमास्टरों ने कहा कि नंबर बढ़ाने के लिए अपील की गयी थी, अब नयी मार्कशीट काउंसिल की ओर से दी जा रही है. बरिशा विवेकानंद गर्ल्स हाई स्कूल, ठाकुरपुकुर की हेडमिस्ट्रेस संयुक्ता विश्वास ने बताया कि उनकी 32 छात्राएं फेल हो गयी थीं. इन लोगों ने स्कूल परिसर में काफी हंगामा किया था. उसके बाद अपील की गयी. काउंसिल ने मंगलवार को ही सभी 32 फेल छात्राओं की नयी मार्क्सशीट दे दी, जिसमें उन्हें पास कर दिया गया है. अब ये छात्राएं व उनके अभिभावक खुश हैं.

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काउंसिल सूत्रों का कहना है कि विज्ञप्ति जारी करने से पहले ही काउंसिल की ओर से सभी फेल विद्यार्थियों के अंकों में सुधार करने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. काउंसिल के पास पूरा रिकाॅर्ड है कि किस स्कूल के कितने बच्चे फेल हुए हैं, उसी के अनुसार अंकों में संशोधन करके मार्कशीट तैयार की गयी. जैसे ही स्कूल प्रधान काउंसिल में आ रहे हैं, उन्हें नयी पास मार्कशीट व सर्टिफिकेट दिया जा रहा है.

उच्च माध्यमिक की परीक्षा में इस बार लगभग 18,000 विद्यार्थी फेल हुए हैं. खराब नतीजों को लेकर काउंसिल कार्यालय के सामने रास्ता जाम किया गया था. हंगामे के बाद यहां रैफ को भी उतारा गया था. इसके अलावा काफी जगहों पर सड़क जाम, प्रदर्शन व तोड़फोड़ भी हुई थी. बाद में अभिभावक भी हंगामे में शामिल हो गये थे.


काउंसिल की अध्यक्ष व सचिव के इस्तीफे की मांग

उच्च माध्यमिक के नतीजों की घोषणा के बाद से जिस तरह से पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन, स्कूलों में तोड़फोड़, आगजनी व सड़क जाम करने की घटनाएं हो रही हैं, यह बंगाल के शिक्षा जगत के लिए शर्मनाक है. उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद ने जिस तरह से उच्च माध्यमिक के नतीजे की घोषणा की है, उसमें 11वीं के अंकों को ज्यादा महत्व दिया गया है, जिससे काफी मेधावी छात्रों का रिजल्ट खराब हुआ है. राज्य में हो रही इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हुए काउंसिल की अध्यक्ष महुआ दास व सचिव तापस मुखर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए. यह कहना है वेस्ट बंगाल टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव नवकुमार कर्मकार का.

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एसोसिएशन ने कहा है कि एचएस के मूल्यांकन में 11वीं के अंकों को 60 प्रतिशत वेटेज दिया गया, जबकि माध्यमिक के अंकों को 40 प्रतिशत वेटेज मिला. सभी को मालूम है कि 11वीं की परीक्षा को लेकर छात्र ज्यादा गंभीर नहीं होते. वहीं, मार्क्स को ज्यादा महत्व दिया गया. यह निर्णय किसी भी तरह से छात्रों के हक में नहीं था. अशांति के लिए काउंसिल जिम्मेदार है. काउंसिल की अध्यक्ष को इस्तीफा दे देना चाहिए, यही मांग करते हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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